रथ पर सवार हो निकले भगवान जगन्नाथ
रथयात्रा महोत्सव पर भगवान श्रीकृष्ण की नगरी भगवान जगन्नाथ के जयकारों से गुंजायमान हो उठी। सप्तदेवालयों समेत अन्य मंदिरों से निकाली गई रथयात्रा में रथ विराजमान भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भ्राता...
रथयात्रा महोत्सव पर भगवान श्रीकृष्ण की नगरी भगवान जगन्नाथ के जयकारों से गुंजायमान हो उठी। सप्तदेवालयों समेत अन्य मंदिरों से निकाली गई रथयात्रा में रथ विराजमान भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भ्राता बलभद्र के दर्शन और रथ खींचने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में रजत जड़ित रथ में विराजमान होकर ठाकुरजी ने दर्शन दिए। वहीं अन्य मंदिरों में रथ नुमा फूलबंगला में विराजमान ठाकुरजी की झांकी के दर्शन के लिए देर रात्रि तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
नगर के प्रमुख सप्तदेवालय ठा. मदनमोहन मंदिर, राधारमण मंदिर, गोपीनाथ मंदिर, गोकुलानंद मंदिर, गोविंददेव मंदिर समेत जगन्नाथ घाट स्थित जगन्नाथ मंदिर से रंगबिरंगे रथ पर सवार भगवान जगन्नाथ जब नगर भ्रमण को निकले तो पूरा नगर जगन्नाथ मयहो गया।
ग्राम राजपुर स्थित विश्राम वट जगन्नाथ मंदिर में चल रहे रथयात्रा महोत्सव अंतर्गत रथ में विराजमान भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में मथुरा, आगरा, अलीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उड़ीसा समेत हिमांचल प्रदेश से आए भक्त रथ को खींच कर पुण्य लाभ कमा रहे थे।
विभिन्न मठ-मंदिरों से निकाले गए रथ नगर भ्रमण करते हुए ज्ञानगुदड़ी स्थित गोपी उद्धव संवाद स्थल की परिक्रमा करते हुए अपने अपने मंदिरों की ओर प्रस्थान कर गए। ज्ञानगुदड़ी में मेला जैसा माहौल नजर आ रहा था। यहां स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा शीतल जल, शर्बत एवं प्रसाद का वितरण किया जा रहा था।
ठा. बांकेबिहारी मंदिर में ठाकुरजी ने रथयात्रा पर्व पर पहली बार चांदी के रथ में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए। वहीं ठा. राधारमण मंदिर, राधादामोदर मंदिर, राधाबल्लभ मंदिर, राधासनेह बिहारी मंदिर समेत श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में रथ आकार के फूलबंगला में विराजमान ठाकुरजी के दर्शन के लिए देर रात्रि तक भक्तों का सैलाब उमड़ता रहा।