कुख्यात बावरिया बने मजदूर, पहुंच गए पंजाब
आगरा। डाका डालते थे। हर वारदात में खून जरूर बहाते थे। ऐसे कुख्यात बावरिया इन दिनों अपने घरों पर नहीं हैं। पुलिस से बचने के लिए नाम बदल दिया है। पेशा...

आगरा। डाका डालते थे। हर वारदात में खून जरूर बहाते थे। ऐसे कुख्यात बावरिया इन दिनों अपने घरों पर नहीं हैं। पुलिस से बचने के लिए नाम बदल दिया है। पेशा भी बदल दिया है। पंजाब पहुंच गए हैं। मजदूर बन गए हैं। आशंका है कि वे वहां भी मौका मिलते ही वारदात करेंगे। एसटीएफ उनके पीछे लगी हुई है।
एसटीएफ आगरा यूनिट को इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी का टास्क दिया गया है। खास निर्देश दिए गए हैं कि बड़ी डकैती और अपहरण की वारदात नहीं होनी चाहिए। एसटीएफ ने पुराने मुकदमों में वांछित चल रहे बदमाशों को निशाने पर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित कई जगह दबिश दी गई। जो इनपुट मिला वह हैरान कर देने वाला है। इनामी कई बावरिया बदमाश लंबे समय से अपने गांव नहीं आए हैं। घरों और ग्रामीणों से कोई संपर्क नहीं किया है। एसटीएफ को जानकारी मिली है कि इन दिनों गिरोह के सदस्यों ने पंजाब में डेरा डाल रखा है। वहां अपने नाम के आगे सिंह लगा लिया है। मजदूर बन गए हैं। खेतों में मजदूरी कर रहे हैं। ताकि दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो जाए। एसटीएफ को आशंका है कि मौका मिलने पर बावरिया वहां वारदात करेंगे। एसटीएफ आगरा यूनिट ने पंजाब पुलिस से संपर्क किया है। इनामी अपराधियों के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।
चंबल के बीहड़ में अपहरण उद्योग चलता था। कई गैंग सक्रिय थे। अपहरण में लिप्त दो दर्जन से अधिक बदमाश आगरा पुलिस के रिकार्ड में हैं। कई ऐसे हैं जिनके नाम प्रकाश में आए थे। इनाम घोषित हुआ मगर पकड़े नहीं गए। कई ऐसे थे जो बदमाशों के मददगार थे। छानबीन में उनके बारे में जानकारी मिली थी। उन्हें वांछित नहीं किया गया। एसटीएफ ने इन सभी की सूची बनाई है। एक-एक बदमाश के बारे में पता किया जा रहा है। जानकारी मिली है कि कई बदमाश इन दिनों अवैध खनन में जुटे हुए हैं। एनकाउंटर के भय से उत्तर प्रदेश में अपहरण की वारदात को अंजाम देने से बच रहे हैं। इनके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। एसटीएफ सूत्रों की मानें तो दो इनामी बदमाश ग्वालियर में मूंगफली बेच रहे हैं। अपने नाम बदल लिए हैं। इनकी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। एसटीएफ को जिस ठिकाने की जानकारी हुई थी वहां दबिश दी गई। दोनों नहीं मिले। दबिश की जानकारी होने के बाद अपने ठिकाने पर लौटकर नहीं आए हैं। ग्वालियर पुलिस को इसकी सूचना दी गई है।
