लॉज में पर्यटक बनकर रुकता था चोरों का गैंग
-गुजरात और मप्र के चोरों ने शहर में डाल रखा था डेरा -ताला चाबी बनाने
मध्य प्रदेश और गुजरात के चोरों के गैंग ने आगरा में डेरा डाल रखा था। बालूगंज क्षेत्र स्थित लॉज में पर्यटक बनकर रुके हुए थे। दिन में ताला चाबी बनाने के बहाने कालोनियों में रेकी करते थे। इस दौरान मौका मिलने पर वारदात भी करते थे। पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा है। तीन वारदातों का खुलासा किया गया है। चोरी लाखों की हुई थी। बरामदगी हजारों में हुई है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सूरत, गुजरात निवासी जगदीश व पहलवान सिंह और बड़वानी, मध्य प्रदेश निवासी तीरथ व निर्मल सिंह को पकड़ा गया है। शातिरों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे चोरी और ठगी की वारदात के लिए आगरा आते हैं। बड़ी वारदात के बाद वापस लौट जाते हैं। अभी एक माह से रुके हुए थे। 500 रुपये से एक हजार रुपये तक वाली लॉज में कमरा लेते हैं। वहां बताते हैं कि काम के सिलसिले में आए हैं।
पुलिस के अनुसार चारों हाथ की सफाई में माहिर हैं। पॉश कालोनियों में फेरी लगाते हैं। वहां ताला चाबी बनाने वाले बनकर घूमते हैं। ऐसे शिकार की तलाश रहती है जो अलमारी की चाबी बनवाए। चाबी बनाने के दौरान ही उसमें रखा माल भी साफ कर देते थे। आरोपियों के पास से नशीला पाउडर और कुछ जेवरात बरामद हुए हैं। शेष जेवरात और मोबाइल फोन उन्होंने बेचकर रुपये खर्च कर दिए थे।
खुद को जख्मी कर भटकाते थे ध्यान
पुलिस ने बताया कि आरोपित बेहद शातिर हैं। विजय नगर कालोनी में एक महिला ने अलमारी के ताले की चाबी बनाने के लिए बुलाया था। चाबी बनाने के दौरान शातिर ने अपने हाथ में पेचकस मार लिया था। खून निकलने पर महिला घबरा गई थी। वह दूसरे कमरे में दवा लेने गई। इसी दौरान शातिर ने अलमारी में रखे जेवरात पार कर दिए थे। बल्केश्वर में भी एक महिला को बातों में फंसाकर ठगा था। चोरी की एक वारदात न्यू आगरा थाना क्षेत्र में की थी।