मुख्तार अंसारी के केस में डिप्टी जेलर से जिरह
23 साल पुराने धोखाधड़ी के मामले में बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के मामले में सोमवार को सेंट्रल जेल के तत्कालीन डिप्टी जेलर कैलाश...

23 साल पुराने धोखाधड़ी के मामले में बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के मामले में सोमवार को सेंट्रल जेल के तत्कालीन डिप्टी जेलर कैलाश चंद की अदालत में गवाही हुई। मुख्तार के अधिवक्ता डॉ. रवि अरोरा ने गवाह/डिप्टी जेलर से जिरह की। स्पेशल मजिस्ट्रेट एमपी/एमएलए अर्जुन ने अगली तारीख 15 जुलाई नियत की है। उधर, बांदा जेल से मुख्तार अंसारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। मामले के वादी/तत्कालीन थानाध्यक्ष जगदीशपुरा शिवशंकर शुक्ला, तत्कालीन उपनिरीक्षक रुपेंद्र गौड़ की गवाही हो चुकी है।
बता दें कि विधायक मुख्तार अंसारी वर्ष 1999 में सेंट्रल जेल आगरा में बंद थे। 18 मार्च 1999 को तत्कालीन जिलाधिकारी आरके तिवारी और एसएसपी सुबेश कुमार सिंह ने निरीक्षण के दौरान उनकी बैरक की तलाशी ली थी। जिसमें मोबाइल और बुलट फ्रूफ जैकेट मिली थी। थाना जगदीशपुरा के तत्कालीन एसओ शिवशंकर शुक्ला ने थाने में मुख्तार अंसारी के विरुद्ध धोखाधड़ी एवं आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें पुलिस द्वारा अंसारी के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दाखिल की गई थी। मामले में तत्कालीन डीएम, एसएसपी समेत 25 को गवाह बनाया था।
