छावनी परिषद के विद्यालयों में शिक्षिकाओं की नौकरी पर संकट
छावनी परिषद विद्यालयों में तीन साल पहले आउट सोर्सिंग पर नौकरी पाने वाली शिक्षिकाओं पर संकट खड़ा हो गया है। सीटेट और यूपी टेट क्वालिफाइड न होने की वजह से उन्हें नौकरी से हटाया जा रहा है। परिषद ने...
छावनी परिषद विद्यालयों में तीन साल पहले आउट सोर्सिंग पर नौकरी पाने वाली शिक्षिकाओं पर संकट खड़ा हो गया है। सीटेट और यूपी टेट क्वालिफाइड न होने की वजह से उन्हें नौकरी से हटाया जा रहा है। परिषद ने शिक्षिकाओं को 31 मार्च तक अल्टीमेटम दिया है।
शिक्षिकाओं को तीन साल पहले छावनी परिषद के संचालित विद्यालयों में शिक्षकों में तैनात किया गया। उस समय सीटेट परीक्षा की कोई अनिवार्यता नहीं मांगी गई। आरोप है कि अब शिक्षिकाओं से दो पेज के लिखित पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए हैं। शिक्षिकाएं नौकरी जाने के डर से परेशान हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
ऐसी शिक्षिकाओं की संख्या करीब 20 बतायी जा रही है। इस मामले पर छावनी परिषद पीआरओ अशोक शर्मा ने बताया कि आउट सोर्स कंपनी के माध्यम से 4 महिला शिक्षक रखी गई थीं। जो सीटेट या यूपी टेट क्वालिफाइड नहीं हैं। मानकों के हिसाब से स्कूल में नौकरी नहीं कर सकतीं। इस वजह से उन्हें 31 मार्च के बाद सेवा में नहीं रखा जा सकता।