बंदी ने हवालात में किया आत्महत्या प्रयास, बचाया
दीवानी हवालात में सोमवार की शाम एक हत्यारोपी ने खुदकुशी का प्रयास किया। ब्लेड से अपनी गर्दन काट ली। खून बहने पर हल्ला मचा। पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में बंदी को इमरजेंसी ले जाया गया। उसकी गर्दन पर...
दीवानी हवालात में सोमवार की शाम एक हत्यारोपी ने खुदकुशी का प्रयास किया। ब्लेड से अपनी गर्दन काट ली। खून बहने पर हल्ला मचा। पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में बंदी को इमरजेंसी ले जाया गया। उसकी गर्दन पर कई टांके लगे हैं। बंदी जमानत नहीं मिलने पर परेशान है। उसके पास ब्लेड कहां से आया। यह जांच का विषय बना हुआ है।
घटना शाम करीब सवा चार बजे की है। दीवानी हवालात से बंदियों को पुलिस गाड़ी में बैठाकर वापस जेल भिजवा रही थी। तभी अचानक हवालात में चीख-पुकार मच गई।
चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। देखा एक बंदी लहूलुहान था। जख्मी बंदी को बाहर निकाला। इलाज के लिए एसएन ले गए। एसओ न्यू आगरा अनुज कुमार ने बताया कि मनीष गर्ग पुत्र मुकेश गर्ग ने आत्महत्या का प्रयास किया था। वह मूलत: बसई नवाब, धौलपुर का निवासी है। ढाई साल से जिला जेल में अपनी दादी की हत्या के आरोप में बंद है। खेरागढ़ पुलिस ने उसे जेल भेजा था। जमानत नहीं मिलने के कारण वह परेशान है। उसने यह कदम उठाया। जेल अधिकारियों को घटना की सूचना दी गई है। जेल में उसकी काउंसलिंग कराई जाएगी।
कहां से आया ब्लेड
दीवानी हवालात में बंदी ने आत्महत्या का प्रयास किया। उसने अपना गला किससे काटा। यह साफ नहीं है। कोई ब्लेड बता रहा है। तो कोई बोल रहा है कि कोई नुकीला हथियार था। पुलिस को मौके पर अफरा-तफरी के कारण कुछ नहीं मिला। एसपी सिटी अनुपम सिंह का कहना है कि इसकी जांच कराई जाएगी।
पहले हुई है मारपीट
हवालात में आत्महत्या के प्रयास की यह पहली वारदात है। इससे पहले मारपीट की कई घटनाएं हो चुकी हैं। बंदियों ने एक दूसरे पर हमला बोला है। सुरक्षा में सेंध लगाकर फरार हुए हैं। पहली बार किसी बंदी ने अपनी जान देने का प्रयास किया है।