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सावधान! पेटीएम से खाते साफ कर रहा गैंग, कारोबारी हैं निशाने पर

रोजाना ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। ये ठग अपने हाईटेक होने का इस्तेमाल कर ऑनलाइन फ्रॉड करने में भी पीछे नहीं है। भोले-भाले चेहरों के पीछे ऐसी शातिर सोच होगी, ये कोई सोच भी नहीं सकता। आगरा में...

सावधान! पेटीएम से खाते साफ कर रहा गैंग, कारोबारी हैं निशाने पर
हिन्दुस्तान टीम,आगराSun, 14 Jan 2018 11:45 AM
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रोजाना ठगी के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। ये ठग अपने हाईटेक होने का इस्तेमाल कर ऑनलाइन फ्रॉड करने में भी पीछे नहीं है। भोले-भाले चेहरों के पीछे ऐसी शातिर सोच होगी, ये कोई सोच भी नहीं सकता। आगरा में ऐसे ही ठग पकड़े गए, जो जस्ट डायल से जानकारी जुटाकर पेटीएम और सैमसंग पे एप से खाते साफ कर देते थे। गैंग के केवल दो ही गिरफ्तार हुए हैं, बाकी के तीन फरार हैं। इसलिए अभी भी सावधान रहने की जरूरत है। खास बात ये है कि इनके निशाने पर कारोबारी ही होते हैं।

एसएसपी अमित पाठक ने शनिवार को बताया कि पिछले दिनों बच्चूमल एंड संस के संचालक सुचित ने थाना न्यू आगरा और बंशीराम फूड्स के संचालक वेदपाल ने सदर थाने में ऑनलाइन फ्रॉड का मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी जांच साइबर सेल को दी गई थी। शनिवार दोपहर को पुलिस और साइबर सेल की टीम ने कंपनी गार्डन, सदर के पास से शर्मा जी नामक फर्म पर दबिश दी। मौके से मनीष निवासी गोवर्धन, मथुरा और अनुज निवासी नगला किशनलाल, एत्मादुद्दौला को गिरफ्तार किया। राहुल खान, मफीद और शाहिद निवासीगण गोवर्धन फरार हैं। पकड़े गए आरोपियों से तीन मोबाइल, दो एटीएम कार्ड और 1800 रुपये बरामद किए गए हैं। 

टटलू गैंग हो गया हाईटेक

साइबर सेल प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ की गई है। इसमें पता चला है कि राहुल, मफीद और शाहिद टूटलू गैंग के सदस्य हैं। पहले यह गैंग कॉल कर सोने की ईंट का लालच देकर लूट करता था। बाद में टावर लगवाने या बड़ा ऑर्डर देने के बहाने कारोबारियों को गोवर्धन बुला लेता था। वहां यमुना किनारे बंधक बनाकर लूटपाट करता था। फिर इस गैंग ने ओएलएक्स पर कार बेचने के बहाने शिकार फंसाना शुरू किया। अब यह गिरोह हाईटेक हो गया है। पेटीएम से कारोबारियों के खाते साफ कर रहा है।

जस्ट डायल में कराया था रजिस्ट्रेशन

साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि शातिरों ने जस्ट डायल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करा रखा था। जिसमें उन्हें कारोबारियों के पते और नंबर आसानी से मिल जाते थे। इसके बाद कारोबारियों को फंसा लेते थे। शातिरों ने 50 से अधिक फर्जी बैंक खाते खोल रखे हैं। करीब 50 मोबाइल नंबर से पेटीएम अकाउंट खोल रखे हैं। पुलिस एक दर्जन से अधिक खाते और मोबाइल नंबर बंद करा चुकी है।

ऐसे करते थे खाता साफ

साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि शातिर अपराधी कारोबारी को कॉल कर एडवांस में पेमेंट करने की कहते थे। इस बहाने कारोबारी के पेटीएम अकाउंट को अपने अकाउंट से लॉगइन कर लेता था। ओटीपी लेकर अपने मोबाइल में ही कारोबारी का पेटीएम अकाउंट एक्सेस कर लेता था। फिर खाते की रकम को अवैध तरीके से अपने ई- वॉलेट अकाउंट या बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेता था।

पेटीएम और सैमसंग एप में था झोल

प्रभारी अमित कुमार का कहना है कि पेटीएम और सैमसंग पे एप ही ऐसे एप हैं, जिनमें एक बार में एक दर्जन तक अन्य अकाउंट को जोड़ा जा सकता था। घटना के खुलासे के बाद उक्त कंपनियों से संपर्क कर इस सुविधा को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया है।

ये कारोबारी हुए शिकार

आगरा

सनी लालवानी, शू कारोबारी

शिवम गुप्ता, साइकिल कारोबारी

मोहम्मद अबसार, लेदर कारोबारी

मोहम्मद नूर, होटल कारोबारी

अंशुल कुलश्रेष्ठ, विकास गुप्ता, इन्वर्टर और बैटरी कारोबारी

दिल्ली

श्री बालाजी आरओ सिस्टम कारोबारी

राजेश माहेश्वरी, मार्बल कारोबारी,

मार्बल शॉप कारोबारी

मार्बल व्यापारी

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