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फिरोजाबाद में साथी को जेल भेजने पर गुस्साए वकील

अपने साथी अधिवक्ता को एक मामले में बिना जांच पड़ताल कराए ही जेल भेजने के मामले में पुलिस के खिलाफ फूटा गुस्सा मंगलवार को तहसील के ऊपर भी निकाल दिया। तहसील के मुख्य गेट का बाहर से अधिवक्ताओं ने ताला जड़...

फिरोजाबाद में साथी को जेल भेजने पर गुस्साए वकील
हिन्दुस्तान टीम,आगराTue, 24 Oct 2017 12:45 PM
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अपने साथी अधिवक्ता को एक मामले में बिना जांच पड़ताल कराए ही जेल भेजने के मामले में पुलिस के खिलाफ फूटा गुस्सा मंगलवार को तहसील के ऊपर भी निकाल दिया। तहसील के मुख्य गेट का बाहर से अधिवक्ताओं ने ताला जड़ दिया और फरियादियों तथा अधीनस्थों को अंदर जाने से रोक दिया। काफी समय बाद जब ताला खोला गया और एसडीएम को इसके बारे में अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि वे काम करते रहे, इसकी जानकारी के लिए लेखपाल बुलाए तो उन्होंने कहा हां साहब मुख्य गेट का ताला लगा दिया था, अब खुल गया है।

मामले के अनुसार, बार एसोसिएशन टूंडला का एक प्रतिनिधिमंडल और दर्जनों की संख्या में अधिवक्तागण मंगलवार की सुबह तहसील परिसर में पहुंचे और तहसील के मुख्य गेट का बाहर से ताला लगा दिया। उनको काफी रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। वकीलों ने कहा कि टूंडला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सलीम खां को टूंडला पुलिस द्वारा बिना जांच किए ही संगीन मामले में जेल भेज दिया था। शासन की मंशा निष्पक्ष एवं पारदर्शी कानून एवं न्याय व्यवस्था बनाए रखने की है। नौकरशाह एवं लालफीताशाही व्यवस्था शासन की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

वकीलों ने कहा कि टूंडला पुलिस ने वरिष्ठ एवं अल्पसंख्यक वर्ग के अधिवक्ता को दूसरे पक्ष द्वारा किए झगड़े एवं शांति व्यवस्था भंग करने के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए थाने जाने पर दूसरे पक्ष के दवाब में आकर बिना जांच पड़ताल कराए ही जेल भेज दिया। अधिवक्ताओं ने करीब 20 मिनट तक तालाबंदी रखी और इसके बाद ताला खोल दिया। इस दौरान जब एसडीएम डा. सुरेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि तालाबंदी की जानकारी नहीं है। इसकी पुष्टि के लिए उन्होंने अपने लेखपालों को बुलाया तो उन्होंने कहा हां साहब वकीलों ने तालाबंदी कर दी थी लेकिन अब खुल गया है। आप काम में व्यस्त थे तभी उन्होंने बाहर आकर गेट पर तालाबंदी कर दी थी। बाद में वकीलों ने अपनी व्यथा एसडीएम को भी सुनाई और मामले में जांच का आश्वासन भी मिला है।

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