ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश आगराआगरा में पांच नए कॉलेजों को मिली विवि से मान्यता

आगरा में पांच नए कॉलेजों को मिली विवि से मान्यता

अंबेडकर विवि पर कॉलेजों का भार बढ़ता ही जा रहा है। इस सत्र भी तमाम कॉलेजों ने आवेदन किया था। इनमें से पांच को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दी गई है। यानि इतने कॉलेज और विवि से जुड़ गए हैं। शनिवार को...

आगरा में पांच नए कॉलेजों को मिली विवि से मान्यता
हिन्दुस्तान टीम,आगराSat, 23 Sep 2017 08:10 PM
ऐप पर पढ़ें

अंबेडकर विवि पर कॉलेजों का भार बढ़ता ही जा रहा है। इस सत्र भी तमाम कॉलेजों ने आवेदन किया था। इनमें से पांच को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) दी गई है। यानि इतने कॉलेज और विवि से जुड़ गए हैं। शनिवार को गेस्ट हाउस में मैराथन बैठक के बाद इन्हें हरी झंडी दी गई। विवि के सत्र 2017-18 के लिए 56 कॉलेजों ने आवेदन किया था। सभी नए सत्र में विवि की सम्बद्धता चाहते थे। कुलपति डा. अरविंद दीक्षित की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद 51 कॉलेजों को अनापत्ति देने लायक नहीं माना गया। विवि के मानकों पर सिर्फ पांच कॉलेज खरे उतरे। इन्हें अनापत्ति दे दी गई है। पीआरओ डा. गिरजाशंकर शर्मा ने बताया कि चौ. साहब सिंह बौहरे महाविद्यालय खैर अलीगढ़, देवदृष्टि महाविद्यालय बरौली राय अलीगढ़, सरस्वती बालिका महाविद्यालय शांति नगर एटा, डीएस एजुकेशन इंस्टीट्यूट तेहरा इरादतनगर और डा. बीवीएस कॉलेज मुढ़ी आगरा को अनापत्ति दी गई है। आवेदन करने वाले शेष 51 कॉलेजों को उनकी कमियां बताई गई हैं। विवि ने इनकी कमियों को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। विवि के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि आवेदन करने वाले कॉलेजों की कमियां सार्वजनिक की गई हैं। बीते सालों तक कॉलेजों को गुपचुप मान्यता दे दी जाती थी। कॉलेज संचालक भी बाकायदा इसके लिए सुविधा शुल्क अदा करते थे। इसे टोल टैक्स कहा जाता है। 1040 तक पहुंच गई संख्या पहले से ही छात्रों की भारी संख्या से जूझ रहे विवि पर लगातार भार बढ़ता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो अब विवि से सम्बद्ध कॉलेजों की संख्या 1040 तक पहुंच गई है। जबकि विवि फिलहाल पुराने संसाधनों पर ही निर्भर है। ऐसे में प्रवेश, परीक्षा और परिणाम समय से कराने के लिए विवि को जूझना पड़ेगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें