387 आजमीनों का हज करने का सपना टूटा
कोरोना संक्रमण के कारण सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। इसका असर धार्मिक यात्राओं पर भी पड़ रहा है। सऊदी अरब सरकार ने इस साल होने वाली हज में विदेशी लोगों के आने पर रोक लगाई है। हज यात्रा पर रोक लगने से...
आगरा। कार्यालय संवाददाता
कोरोना संक्रमण के कारण सभी धार्मिक स्थल बंद हैं। इसका असर धार्मिक यात्राओं पर भी पड़ रहा है। सऊदी अरब सरकार ने इस साल होने वाली हज में विदेशी लोगों के आने पर रोक लगाई है। हज यात्रा पर रोक लगने से आगरा के 387 आजमीनों के इस वर्ष हज करने का सपना टूट गया है।
हर साल देश से हज अदा करने के लिए सफर के महीने में लोग सऊदी अरब जाते हैं। ईद उल अजहा के महीने की नौ तारीख को हज होता है। हज पर जाने के लिए एक साल पहले ही अपना आवेदन करना होता है। ताजनगरी के 600 से अधिक आजमीनों ने हज यात्रा के लिए इस साल आवेदन किया था, लेकिन मंजूरी 387 को मिली थी। हज यात्रा की रकम भी लोगों ने जमा कर दी थी। कोरोना महामारी के चलते सऊदी अरब ने विदेशी लोगों की हज यात्रा पर रोक लगाने का फरमान जारी किया तो हज के मुकद्दस सफर को जाने वाले लोगों में मायूसी छा गई।
कोरोना के कारण सऊदी अरब सरकार ने हज यात्रा पर विदेशी लोगों के लिए रोक लगा दी। दोबारा जाने के लिए आवेदन करूंगा।
मो. नासिर
आवेदन करने के बाद ही बेहद उत्सुकता थी। हज यात्रा निरस्त हो जाने के दिल के आरमा टूट गए हैं। पता नहीं अब दोबारा हज के सफर पर जा सकूं या नहीं।
अहमद अल्सार
कोरोना के चलते हज यात्रा पर सऊदी सरकार ने रोक लगाई है। आजमीनों को निराश होने की जरूरत नहीं है, अल्लाह अपने दर पर आने के लिए दोबारा मौका देगा। जिन लोगों ने अपनी हज की राशि जमा कर दी थी, वह राशि जल्द ही खाते में आएंगी।
मो. हाशिम, हज, ट्रेनर