336 किलोमीटर साइकिल चलाकर 1962 के युद्ध की जानकारी देंगे सैनिक
भारतीय सेना ने सोमवार को चाइना के साथ नाम-का-चु युद्ध की 55वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान 2 राजपूत ने एक साइकिल रैली का भी आयोजन किया, जो आज से 20 अक्तूबर तक 336 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। शुभारंभ ले....
भारतीय सेना ने सोमवार को चाइना के साथ नाम-का-चु युद्ध की 55वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान 2 राजपूत ने एक साइकिल रैली का भी आयोजन किया, जो आज से 20 अक्तूबर तक 336 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। शुभारंभ ले. जनरल रणवीर सिंह, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, स्ट्राइक 1 कोर ने हरी झंडी दिखाकर किया।
इस रैली में तीन अधिकारी, दो जेसीओ तथा 15 अन्य पद हिस्सा ले रहे हैं। पांच दिवसीय चलने वाली यह रैली मथुरा से शुरू होकर, आगरा, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, मैनपुरी, फतेहगढ़ से होते हुए 336 किलोमीटर की दूरी तय कर शाहजहांपुर पर समाप्त होगी। बता दें कि इन स्थानों से सबसे ज्यादा नवयुवक राजपूत रेजिमेंट में भर्ती होते हैं। साइकिल रैली अभियान के दौरान टीम के सदस्य स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थियों को युद्ध के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही पूतपूर्व सैनिकों से मिलकर उनका हालचाल व समस्याओं की जानकारी करेंगे।
‘धोला पोस्ट की ऊंची चोटियों से हुआ युद्ध प्रारंभ
हमारा देश सन 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध को याद करता है। यह युद्ध ‘धोला पोस्ट की ऊंची चोटियों से आरंभ हुआ, जिसमें 2 रापूत के चार अधिकारियों, 11 जेसीओज और 270 अन्य पदों ने बहादुरी के साथ लड़ते हुए 20 अक्तूबर 1962 को वीरगति प्राप्त की। इस युद्ध को सैन्य इतिहास में सामूहिक वीरता व आत्म बलिदान का बेहतर उदाहरण माना जाता है।