कानपुर में रेल हादसे के बाद पटरी के किनारे बुलडोजर ऐक्शन, ढहाए गए 50 से अधिक कब्जे
उत्तर प्रदेश के कानपुर में रेल हादसे के बाद मामले की जांच चल रही है। इस बीच गुरुवार को ट्रैक किनारे अवैध बस्तियों पर बुलडोजर चला। इस दौरान कच्चे-पक्के 50 से अधिक अवैध कब्जे ढहाए गए।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिल में साबरमती रेल हादसा और कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश के मामलों की जांच के बीच गुरुवार को ट्रैक किनारे अवैध बस्तियों पर बुलडोजर चला। इस दौरान कच्चे-पक्के 50 से अधिक अवैध कब्जे ढहाए गए। बुलडोजर ऐक्शन के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
एक दिन पूर्व ही पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, प्रयागराज मंडल के डीआरएम हिमांशु बड़ोनी ने ट्रैक की सुरक्षा और ट्रैक किनारे के कब्जों के निरीक्षण के दौरान ट्रैक किनारे अवैध बस्तियों को हटाने के निर्देश दिए थे। 24 घंटे के भीतर ही सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइड गेट नंबर चार के सामने रेलबाजार और फेथफुलगंज बाजार को जाने वाली सड़क के फुटपाथों के कब्जों पर बुलडोजर चलवाया गया। कच्चे-पक्के पचास से अधिक कब्जों को ढहाया गया। इस कार्रवाई से अवैध कब्जा करने वालों में हड़कंप मच गया।
ट्रैक पर संदिग्ध चीज दिखें तो तत्काल सूचना दें
पुलिस कमिश्नर और मंडल प्रबंधक के निर्देश के दूसरे दिन आरपीएफ औऱ जीआरपी ने संयुक्त जागरूकता अभियान गंगाघाट से लेकर सेंट्रल तक और ट्रैक किनारे आबाद झुग्गी झोपड़ियों में चलाया। आरपीएफ सेंट्रल प्रभारी बीपी सिंह, क्राइम ब्रांच के अजीत तिवारी, जीआरपी प्रभारी ओएन सिंह के नेतृत्व में टीमें झुग्गी झोपड़ी पहुंचीं। वहां के प्रमुख लोगों को मोबाइल नंबर दिए और उनके भी नंबर लिए। इसके बाद सभी से कहा कहीं पर ट्रैक किनारे या फिर ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज या कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो तत्काल नंबरों पर गुप्त सूचना दें।
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