Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़After Rapid in Meerut, preparations for Metro , testing of the train also started

मेरठ में रैपिड के बाद मेट्रो की तैयारी तेज, ट्रेन की टेस्टिंग भी शुरू, इन स्टेशनों पर चलेगी

यूपी के मेरठ में रैपिड के बाद मेट्रो की तैयारी तेज है। दुहाई डिपो में बने करीब 700 मीटर लंबे ट्रैक पर ट्रेन की टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। गुजरात से अभी सात और मेट्रो ट्रेन आनी हैं।

मेरठ में रैपिड के बाद मेट्रो की तैयारी तेज, ट्रेन की टेस्टिंग भी शुरू, इन स्टेशनों पर चलेगी
Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानThu, 5 Sep 2024 08:19 AM
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मेरठ दक्षिण तक नमो भारत का संचालन प्रारंभ होने के बाद अब मेरठ मेट्रो की तैयारी तेज हो गई हैं। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के दुहाई डिपो में मेरठ में चलने वाली मेट्रो ट्रेन के डिब्बे सड़क के रास्ते बड़े ट्रॉले पर आने लगे हैं। डिपो में पांच मेट्रो ट्रेन सेट पहुंच चुकी हैं। डिपो में बने करीब 700 मीटर लंबे ट्रैक पर ट्रेन की टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। गुजरात से अभी सात और मेट्रो ट्रेन आनी हैं।

मेरठ शहर के अंदर आरआरटीएस कॉरिडोर पर ही मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम डिपो तक रैपिड के साथ मेट्रो चलाई जाएगी। इसके लिए मेरठ दक्षिण स्टेशन से मोदीपुरम तक करीब 23 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जा रहा है। यह कॉरिडोर अगले वर्ष मार्च-अप्रैल तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद नमो भारत और मेट्रो दोनों का परिचालन होने लगेगा। मेरठ में कुल 12 मेट्रो चलेंगी। एक ट्रेन में तीन डिब्बे होंगे। दुहाई डिपो में पांच मेट्रो पहुंच गई हैं। ट्रेन के डिब्बे गुजरात से बड़े ट्रॉले में लाए जा रहे हैं। डिपो में डिब्बों को जोड़ा जा रहा है। इन सभी की टेस्टिंग शुरू हो गई है। इसके लिए डिपो में 700 मीटर लंबा ट्रैक बनाया है।

इन स्टेशनों पर चलेगी मेट्रो

मेरठ में मेरठ दक्षिण स्टेशन से लेकर मोदीपुरम डिपो के बीच 13 स्टेशनों के बीच मेरठ मेट्रो का संचालन होगा। मेरठ में मेरठ दक्षिण, परतापुर, रिठानी (मेट्रो), शताब्दीनगर (आरआरटीएस), ब्रह्मपुरी (मेट्रो), मेरठ सेंट्रल (भूमिगत-मेट्रो), भैंसाली (भूमिगत-मेट्रो), बेगमपुल (भूमिगत-आरआरटीएस), एमईएस कॉलोनी स्टेशन, डोरली, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम, मोदीपुरम डिपो तक चलेगी। मेरठ में इसके लिए आरआरटीएस कॉरिडोर और मेरठ मेट्रो के लिए दो रिसीविंग सब-स्टेशन (आरएसएस) बनाए जा रहे हैं, जिनमें से शताब्दीनगर आरएसएस पहला आरएसएस है जो आपूर्ति के लिए तैयार हो गया है। मेरठ में दूसरा पावर सब स्टेशन मोदीपुरम में बनाया जा रहा है।

गाजियाबाद के लोगों को भी लाभ मिलेगा

दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस परियोजना के तहत दिल्ली से मेरठ के बीच कुल 25 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इस कॉरिडोर पर साहिबाबाद से मेरठ साउथ तक 42 किमी के खंड में नमो भारत ट्रेनों का संचालन जनता के लिए शुरू हो चुका है। नमो भारत के संचालित खंड में कुल नौ स्टेशन हैं, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन और मेरठ साउथ शामिल हैं। मेरठ मेट्रो का लाभ गाजियाबाद के लोगों को भी मिलेगा। गाजियाबाद से रोजाना बड़ी संख्या में लोगों का मेरठ आना-जाना रहता है।

शनिवार को मेरठ मेट्रो की विशेषताएं बताई जाएंगी

मेरठ मेट्रो की विशेषताएं शनिवार को बताई जाएंगी। इसके लिए दुहाई डिपो में एक कार्यक्रम रखा है। एनसीआरटीसी के एमडी शलभ गोयल मेरठ मेट्रो ट्रेन के बारे में जानकारी देंगे। दावा किया जा रहा है कि यह मेट्रो देश में चल रही अन्य मेट्रो से काफी बेहतर साबित होगी।

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