अभिनेता राजपाल यादव की मुश्किलें बढ़ीं, यूपी में परिवार की पैतृक संपत्ति हुई जब्त
- बालीवुड अभिनेता राजपाल यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यूपी के शाहजहांपुर में स्थित उनकी पैतृक संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। बैंक से लिए गए कर्ज को नहीं चुकाने पर ऐसा किया गया है।
बालीवुड अभिनेता राजपाल यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यूपी के शाहजहांपुर में स्थित उनकी पैतृक संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। बैंक से लिए गए कर्ज को नहीं चुकाने पर ऐसा किया गया है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाहजहांपुर शाखा के प्रबंधक मनीष वर्मा ने बुधवार को बताया कि राजपाल ने शाहजहांपुर में अपनी पैतृक संपत्ति को गिरवी रखकर बैंक की मुंबई शाखा से कई करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। उन्होंने कहा कि ऋण अदा नहीं कर पाने की वजह से पिछले दिनों मुंबई से आए बैंक अधिकारियों ने उनकी संपत्ति को सील कर दिया है।
अभिनेता राजपाल यादव से जुड़े नजदीकी सूत्रों ने बताया कि यादव ने 2005 में अपने माता-पिता के नाम पर 'नवरंग गोदावरी एंटरटेनमेंट लिमिटेड' प्रोडक्शन हाउस की स्थापना की थी और सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स शाखा से पांच करोड़ रुपए का ऋण लिया था जो अब बढ़कर लगभग 11 करोड़ रुपये हो गया है।
खबर के मुताबिक, आठ अगस्त को मुंबई से आई बैंक की टीम ने ऋण के रूप में ली गई धनराशि के बदले गिरवी रखी गई शाहजहांपुर की संपत्ति को सील कर दिया है। बैंक अधिकारियों ने यह कार्रवाई करने से पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों को भी भनक नहीं लगने दी।
एक खबर के अनुसार बैंक द्वारा राजपाल यादव के आवास को सील करने से पहले उनके घर के अंदर चल रहे बिजली के उपकरण भी बंद नहीं किए गए। एक प्रमुख बात यह भी रही की सुरक्षा की दृष्टि से बैंक अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को ना तो कोई सूचना दी और ना ही पुलिस कर्मियों की मांग की।
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के डीआरएम (बरेली) संजय सभरवाल ने फोन पर 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, स्थानीय शाखा प्रबंधक मनीष वर्मा का कहना है कि मुंबई शाखा से राजपाल यादव ने ऋण लिया था और शाहजहांपुर स्थित संपत्ति को गिरवी रखा गया था जिसे सील कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने बताया कि उन्हें बैंक की इस कार्रवाई की कोई जानकारी नहीं है और ना ही उनसे सुरक्षा के लिये पुलिस बल की मांग की गई। राजपाल यादव के थिएटर के प्रारंभिक गुरु जरीफ मलिक आनंद ने बताया की बैंक के अधिकारियों द्वारा राजपाल यादव की जो संपत्ति सीज की गई है वह लगभग 2346 गज का प्लाट है जिसमें 6 कमरे बने हैं और बाकी खुली भूमि किराएदार को दी गई है जिस पर किराएदार अपना व्यवसाय कर रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारियों द्वारा बने हुए 6 कमरों में से एक कमरे को ही सील किया गया है।
उन्होंने राजपाल यादव द्वारा ऋण ना चुका पाने को लेकर बैंक द्वारा की गई कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि भारत देश में लाखों करोड़ का ऋण लेकर भी लोग पैसा वापस नहीं कर रहे हैं, ऐसे में उन पर कार्रवाई होनी चाहिए?
मलिक ने बताया कि राजपाल यादव जिले के थाना बंडा के कुंडा गांव के रहने वाले हैं और इन्होंने अपने गांव को गोद ले रखा है। उन्होंने कहा कि यादव साल में एक-दो बार अपने गांव जरूर आते हैं और उसके बाद पूरे गांव में घूम-घूम कर लोगों से मिलते हैं।
मलिक के अनुसार यादव ने गांव में गरीबों के घरों पर पड़े हुए छप्परों को हटाकर उन पर अपने धन से टीन शेड भी डलवाए हैं तथा वह पूरे गांव के विकास के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि यादव की शिक्षा बंडा कस्बे में हुई जिसके बाद स्नातक करने के लिए वह शाहजहांपुर आ गए और इसी दौरान उनका झुकाव रंगमंच की ओर हो गया। मलिक ने बताया कि बाद में यादव ने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी), दिल्ली में अभिनय के गुर सीखे।
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