
मेडिकल कॉलेज की पानी टंकी में लाश मिलने के मामले में ऐक्शन, हटाए गए प्रिंसिपल
संक्षेप: महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की पांचवीं मंजिल पर कंक्रीट की पानी की टंकी है। इससे मेडिकल कालेज के महिला वार्ड, पुरुष वार्ड के साथ ही ओपीडी के शौचालय में जलापूर्ति की जाती है। पानी से बदबू आने की शिकायत पर सोमवार को सफाईकर्मी पानी की टंकी की सफाई करने पहुंचे तो अंदर युवक का शव मिला था।
उत्तर प्रदेश के देवरिया में महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया के प्रिंसिपल डॉ. राजेश बरनवाल को मंगलवार की रात हटा दिया गया। उन्हें मुख्यालय से संबद्ध किया गया है । सोमवार को मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी में युवक का शव मिला था। इस मामले में प्रथमदृष्टया लापरवाही सामने आने पर शासन ने कार्रवाई की है। जांच के बाद इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने शासन को भेजी थी। माना जा रहा है कि उसी क्रम में शासन ने करवाई करते हुए प्रिंसिपल को पद से हटा दिया है। उन्हें पद से हटाए जाने की पुष्टि जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने की।

महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की पांचवीं मंजिल पर कंक्रीट की पानी की टंकी बनाई गई है। जिससे मेडिकल कालेज के महिला वार्ड, पुरुष वार्ड के साथ ही ओपीडी के शौचालय में जलापूर्ति की जाती है। पानी से बदबू आने की शिकायत पर सोमवार को सफाईकर्मी पानी की टंकी की सफाई करने पहुंचे तो अंदर युवक का शव मिला था।
इस घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज के साथ ही प्रशासनिक अमले में काफी हड़कंप मच गया। मंगलवार की सुबह डीएम दिव्या मित्तल मेडिकल कालेज की पांचवीं मंजिल पर पहुंची और वहां का निरीक्षण किया। डीएम ने मौके पर ही प्रधानाचार्य डॉ. राजेश बरनवाल से पूछताछ शुरू कर दी।
मंगलवार को अचानक मेडिकल कॉलेज पहुंची थीं डीएम
मंगलवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने अचानक मेडिकल कॉलेज में पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया था। पूरे प्रशासनिक अमले के साथ पहुंची डीएम ने पांचवीं मंजिल पर जाकर खुद मौके की स्थितियों को देखा। जिलाधिकारी को निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज की छत पर शराब की बोतल समेत कई आपत्तिजनक सामान मिले थे।
इस पर डीएम ने मौके पर ही प्रधानाचार्य डॉ. राजेश बरनवाल से पूछताछ शुरू कर दी थी। डीएम ने प्रकरण की जांच के लिए सीडीओ प्रत्यूष पांडेय के नेतृत्व में चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। कमेटी में सीडीओ के अलावा सीआरओ जलराजन चौधरी, सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी, एसीएमओ डॉ. एसके सिन्हा समेत अन्य शामिल हैं। डीएम के जाते ही कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी।
जांच कमेटी ने देर शाम डीएम को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। जिसे जिलाधिकारी ने शासन को भेज दिया। इसके बाद प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटाते हुए महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। उनकी जगह एटा मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर रजनी को देवरिया का प्रभारी प्रधानाचार्य बनाया गया है।





