चौथी क्लास के बच्चे के साथ सातवीं-आठवीं के छात्रों ने किया गंदा काम, स्कूल ने 4 को किया सस्पेंड
- स्कूल के सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच-छह छात्रों पर यह आरोप लगा है। कुछ लोगों के साथ स्कूल पहुंचे छात्र के पिता ने बेटे के साथ हुई घटना को लेकर हंगामा किया। पिता की तहरीर पर पुलिस ने पांच-छह अज्ञात छात्रों के खिलाफ पाक्सो एक्ट की धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

यूपी के गोरखपुर के राजघाट इलाके के एक स्कूल में पढ़ने वाले चौथी कक्षा के छात्र के साथ सामूहिक रूप से अप्राकृतिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। स्कूल के सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच-छह छात्रों पर यह आरोप लगा है। कुछ लोगों के साथ स्कूल पहुंचे छात्र के पिता ने बेटे के साथ हुई घटना को लेकर हंगामा किया। पिता की शिकायत सुनकर हर कोई सन्न रह गया। पिता की तहरीर पर राजघाट पुलिस ने पांच-छह अज्ञात छात्रों के खिलाफ पाक्सो एक्ट की धारा में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बच्चे का मेडिकल कराया जा रहा है। उधर, स्कूल प्रशासन ने भी अपने स्तर से जांच शुरू कर दी है। चार बच्चों को स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया है।
पीड़ित बच्चे पिता ने बताया कि उनका 12 साल का बेटा चौथी कक्षा में पढ़ता है। उसके विद्यालय के सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले पांच-छह की संख्या में छात्र उसके साथ गलत हरकत कर रहे थे। छात्र उनके बेटे के साथ 15-20 दिन से सामूहिक रूप से अप्राकृतिक दुष्कर्म कर रहे थे और बच्चे को धमकी भी दे रहे थे। उन्होंने बेटे से कहा था कि इसके बारे में अगर वह अपने घरवालों को या किसी और को बताएगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
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डर की वजह से काफी दिनों से बेटा उनकी हरकतों को छिपा रहा था। सीनियर साथियों की हरकतों से तंग आकर स्कूल जाने से भी कतराता था, हम लोगों को लगता था कि वह परीक्षा की वजह से नहीं जाना चाहता है लेकिन जब वह परेशान हो गया तब उसने पूरी घटना की जानकारी घरवालों को दी
पैंट खींचने का मामला अप्राकृतिक दुष्कर्म तक पहुंचा
गोरखपुर के राजघाट के एक स्कूल में पढ़ने वाले चौथी कक्षा के छात्र के साथ सामूहिक रूप से अप्राकृतिक दुष्कर्म के मामले में स्कूल प्रशासन ने पीड़ित छात्र की शिकायत के आधार पर उसके पड़ोसी छात्र को बुलाया और उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि पीड़ित छात्र ने पहले पैंट खींचा था। उसके बाद उसके साथियों ने पैंट खींच दिया था।
स्कूल प्रशासन का कहना है कि 23 दिसम्बर को बच्चे को परेशान करने की शिकायत मां ने स्कूल प्रशासन से की थी। 24 दिसम्बर तक बच्चों की परीक्षा थी। 25 दिसम्बर को छुट्टी थी। 27 दिसम्बर को बच्चे के साथ मां-बाप को स्कूल पर बुलाया गया था। मां-बाप जब स्कूल पहुंचे तब बेटे से अप्राकृतिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। वे स्कूल बंद कराने लगे। पुलिस ने उन्हें रोकते हुए तहरीर मांगी। बच्चे के पिता ने तहरीर दी। इससे पहले स्कूल प्रशासन ने छठीं और सातवीं के बच्चों की पहचान कराई लेकिन पीड़ित बच्चा किसी को पहचान नहीं पाया।
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फिर उसने बताया कि पड़ोस का रहने वाले एक लड़के ने उसकी आंख बंद कर दी थी। इसकी वजह से पहचान नहीं पाया। हालांकि एक शिक्षक ने बताया कि पैंट खींचने का मामला था। अप्राकृतिक दुष्कर्म तक पहुंच गया है। बच्चे की बड़ी बहन भी स्कूल में पढ़ती है। फिलहाल इस घटना को राजनीतिक रंग देने की भी कोशिश की जा रही है। इसमें एक हिस्ट्रीशीटर पर मामले को बढ़ावा देने का शक जताया जा रहा है।
स्कूल प्रबंधन ने चार बच्चों को सस्पेंड किया
स्कूल प्रशासन ने पीड़ित छात्र की शिकायत के आधार पर उसके पड़ोसी छात्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि पीड़ित छात्र ने पहले पैंट खींची था उसके बाद उसने और उसके साथियों ने पैंट खींच दी थी, इसके अलावा कोई घटना नहीं हुई थी। पड़ोसी छात्र ने अपने साथ मौजूद तीन और छात्रों का नाम स्कूल प्रशासन को बताया। जिसके बाद सर्वसम्मत से स्कूल प्रशासन ने चारों छात्रों को सस्पेंड कर दिया।
क्या बोली पुलिस
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि चौथी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म की शिकायत पुलिस के पास आई है। स्कूल के ही सातवीं-आठवीं कक्षा के छात्रों के खिलाफ उसके पिता ने शिकायत की है। तहरीर के आधार पर पाक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। मेडिकल के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।