शबनम
यूपी के अमरोहा जिले में 14 अप्रैल 2008 की रात शबनम ने अपने प्रेमी के साथ रात में खाने के बाद घरवालों की चाय में जहर मिला दिया था। इसके बाद शबनम के मां-बाप, भाई भाभी सहित सात लोगों ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद शबनम ने फोन कर सलीम को अपने घर बुलाया। सलीम कुल्हाड़ी लेकर वहां आया था। उसने वहां आकर शबनम के सब घरवालों के गले काट डाले। यही नहीं वहां मौजूद शबनम के दस वर्षीय भांजे को भी गला घोंट कर मार डाला। जहर की पुष्टि बाद में सभी मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हुई थी। सभी शवों के पेट में जहर पाया गया था। इस कांड की तफ्तीश के दौरान पुलिस ने जब शबनम की कॉल डिटेल निकलवाई तो सारा राज खुल गया। हत्याकांड की रात में शबनम और उसके प्रेमी सलीम के बीच 52 बार फोन पर बातचीत हुई थी। पुलिस ने पाया कि शबनम ने 3 महीने में एक नंबर पर 900 से ज्यादा बार फोन किया था। पुलिस ने उस नंबर की जांच की तो पाया कि वो नंबर गांव में आरा मशीन चलाने वाले उसके प्रेमी सलीम का था। पुलिस ने सीडीआर को जांचने के बाद पाया कि घटना की रात शबनम और सलीम के बीच 52 बार फोन पर बातचीत हुई थी। इसी के बाद जब पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो हत्याकांड से पर्दा उठ गया। शबनम ने सलीम के साथ मिलकर अपने घर वालों को सिर्फ इसलिए मारा था क्योंकि वे शबनम की शादी सलीम से कराने को तैयार नहीं थे।