
किसान महापंचायत
दिल्ली में सीमाओं पर पिछले नौ माह से भी अधिक समय से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के 40 से अधिक किसान संगठनों के नेताओं ने अब सरकार को चेताने के लिए चौधरी चरण सिंह की कर्मभूमि और चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की किसानों के धर्मयुद्ध में इस्तेमाल की गई मुजफ्फरनगर की धरती की ओर रुख किया है। यहां पांच सितंबर को प्रस्तावित किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। महापंचायत में चार राज्यों उत्तर प्रदेश विशेषकर वेस्ट यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब से भीड़ आने की संभावना है। वहीं पूरे देश के विभिन्न राज्यों से किसान संगठनों के नेता भी यहां पहुंचेंगे। उधर जमीयत के नेताओं के भी समर्थन देने से इस किसान महापंचायत में मुस्लिमों की भी भारी भीड़ आने की संभावना जताई जा रही है।