दिनेश प्रताप सिंह
योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में बतौर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस से 2010 में पहली बार और 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्य बने थे। 2018 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें रायबरेली से सोनिया गांधी के मुकाबले मैदान में उतारा। दिनेश ने पूरे दमखम से चुनाव लड़ा। उनकी उम्मीदवारी की वजह से सोनिया गांधी के वोटों का ग्राफ काफी नीचे आया। 2022 में वह भाजपा के टिकट पर रिकॉर्ड मतों से जीतकर तीसरी बार एमएलसी बने हैं। अनजान से गांव गुनावर कमंगलपुर से निकला उनका परिवार रायबरेली में पंचवटी नाम के आवास में रहता है। पिछले करीब एक दशक से यह परिवार रायबरेली की राजनीति के केंद्र में है। दिनेश के अलावा उनके भाई और परिवार के अन्य सदस्य विधायक, ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों पर रहे। 2022 के चुनाव में हरचंदपुर सीट से भाई और विधायक राकेश सिंह की हार के बाद उनके विरोधियों को लगा था कि राजनीति में पंचवटी का प्रभाव कुछ कम हो जाएगा लेकिन भाजपा ने पहले एमएलसी का टिकट देकर फिर योगी 2.0 सरकार में स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाकर उन्हें रायबरेली के मैदान में गांधी परिवार के खिलाफ मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का दोहरा इनाम दे दिया है।