यूपी बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। जहां एक ओर हाथरस में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहीं चार शिक्षिकाओं को बर्खास्त किया। वहीं, श्रावस्ती में फर्जी अभिलेख से नौकरी कर रहे 13 शिक्षकों पर गाज गिरी। विभाग के इस एक्शन से हड़कंप मच गया है।
ऐसा पहली बार हुआ है कि एक साथ कई जनप्रतिनिधियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि शिक्षकों को भी 30 जून तक का अवकाश दिया जाए। एक साथ इतने हमदर्द पाकर शिक्षक भी आश्चर्यचकित हैं और व्हाट्सएप ग्रुपों पर पत्र वायरल हो रहे हैं।
यूपी के कई एमएलसी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि शिक्षकों को अवकाश में स्कूल न बुलाएं। इन्होंने मुख्यमंत्री से शिक्षकों, शिक्षामित्र और अनुदेशकों को अवकाश अवधि तक घर से काम करने की छूट दिए जाने की बात कही है।
सोमवार को पुलिस भास्कर अवस्थी को पूछताछ के लिए लाई थी। देर रात तक अकबरपुर कोतवाली में पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार दोपहर कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले के लिए आवेदन सोमवार से शुरू हो गए। शिक्षकों को इस बार केवल 15 जिलों में तबादले का विकल्प लिया है।
यूपी के एडेड माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से तबादले होंगे। इसके लिए आदेश जारी हो गया है। ऑनलाइन ट्रांसफर की प्रक्रिया 27 जून तक पूरी कर ली जाएगी।
अभ्यर्थियों ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 181276 पद खाली हैं। उन्होंने बुधवार को मुर्ग़ा बनकर प्रदर्शन किया और सरकार से भर्ती शुरू करने की गुहार लगाई। उन्होंने कान पकड़कर कहा कि गलती हो गई जो मास्टर बनने के लिए डीएलएड कोर्स कर लिया।
हर दिन सुबह 7.30 बजे सेल्फी लेकर शिक्षकों को पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इसमें लापरवाही करने पर संबंधित के वेतन से कटौती की जाएगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद खुल रहे स्कूलों में टैबलेट शिक्षकों की उपस्थिति का समय बताएगा।
जेडी के आदेश पर DIOS ने मई महीने का वेतन जारी होने के कारण आगामी जून महीने से उक्त रकम को वेतन से वसूल करने का निर्देश देते हुये वित्त एवं लेखाधिकारी समेत सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। संतोष जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
UP के 35 हजार अधिक शिक्षकों को झटका लगा है। इन शिक्षकों को पुरानी पेंशन नहीं मिलेगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने विशेष सचिव बेसिक शिक्षा को भेजे पत्र में साफ किया है।