विशेष सत्र आज यहां सुबह 11 बजे शुरू हुआ। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार सहित सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली।
अबू आजमी ने 6 दिसंबर को शिवसेना (UBT) द्वारा सोशल मीडिया पर बाबरी मस्जिद विध्वंस के पक्ष में पोस्ट किए गए संदेश को लेकर गहरी नाराजगी जताई।
शिवसेना (यूबीटी) चीफ उद्धव ठाकरे, एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे और शरद पवार के महाराष्ट्र सीएम के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने की संभावना है।
भाजपा-नेतृत्व वाली महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस, शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी और उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना वाले एमवीए गठबंधन ने केवल 46 सीटें ही जीतीं।
बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा के खिलाफ जाने का आरोप लगे थे। इसके बाद 2024 का लोकसभा चुनाव हुआ तो उद्धव सेना को ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन कांग्रेस को बड़ा फायदा हुआ। अब विधानसभा चुनाव में भी उद्धव सेना को झटका लगा है। उसके 20 विधायक ही जीते हैं, जबकि एकनाथ शिंदे के 57 विधायकों को जीत मिली है।
महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (UBT), शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं। लेकिन चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस और शिवसेना (UBT) के नेताओं के बीच असहमति बढ़ती दिख रही है।
उद्धव सेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में लिखा कि आपके साथ बागी हुए कई नेता हार गए हैं। आपने कहा था कि चुनाव में यदि कोई भी बागी हारा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। क्या आप अब राजनीति छोड़ेंगे? इसके साथ ही सामना में उन नेताओं की लिस्ट छापी गई है, जो 2022 में बागी हुए थे, लेकिन चुनाव में पराजित हो गए।
पार्टी का नाम और सिंबल पहले ही खो चुके उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे गुट ने नई टेंशन दी है। शिंदे गुट के विधायक भरत गोगावाले का कहना है कि उद्धव ठाकरे के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं और साथ आना चाहते हैं। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे गुट के इस दावे के बाद उद्धव सेना अलर्ट हो गई है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे चुनाव नतीजों से पहले खुद को किंगमेकर के तौर पर देख रहे थे। उनका कहना था कि इलेक्शन के बाद भाजपा सरकार बनाएगी और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे। इसके साथ ही हम सरकार में किंगमेकर की भूमिका में रहेंगे। इसे उनकी महत्वाकांक्षा के तौर पर देखा गया था।
माना जा रहा है कि इस नारे का असर हुआ है और जमकर पोलराइजेशन देखने को मिला है। इस नारे का असर ऐसा था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अलग स्वर में ही सही, लेकिन एक हैं तो सेफ हैं कि बात कही थी। अब तक आए रुझानों में भाजपा को विदर्भ के अलावा मुंबई, पश्चिम महाराष्ट्र जैसे इलाकों में भी बढ़त मिली है।
शिवसेना ने लिखा, 'जिस तरह से सत्ताधारी दलों ने पैसे खर्च किए हैं, वह अच्छी बात नहीं है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का कहना है कि उनकी छवि को खराब करने के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसी तरह महाराष्ट्र को देखें तो इन लोगों ने 2000 करोड़ रुपये की रकम खर्च की होगी।'
Maharashtra के लिए News 24 Exit Poll में एनडीए को 137-157 सीटें दी गई हैं, जबकि इंडिया गठबंधन को 126-146 सीटें दी गईं। अन्य के खाते में दो से आठ सीटें जाने का अनुमान है।
Maharashtra Exit Poll: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद अब एग्जिट पोल्स आने लगे हैं। टाइम्स नाऊ के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने का अनुमान है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव करीब आने के साथ सियासी हमले भी तेज हो चले हैं। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिंदे शिवसेना के मुखिया एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है।
बीजेपी कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिलोड में डर का माहौल है। मैं बीजेपी और उसके कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि इस अवसर को न चूकें।
होम मिनिस्टर अमित शाह के हेलिकॉप्टर की भी आज जांच की गई है। इसका वीडियो भी खुद अमित शाह ने एक्स पर शेयर किया है। वह आज जब हिंगोली में चुनाव जनसभा को संबोधित करने पहुंचे तो वह मौजूद चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके हेलिकॉप्टर की जांच की।
होम मिनिस्टर अमित शाह ने प्रचार के दौरान कहा कि उद्धव ठाकरे को राहुल गांधी से कहना चाहिए कि वह वीर सावरकर और बाल ठाकरे के बारे में ‘दो अच्छे शब्द’ बोलकर दिखाएं। अमित शाह ने कहा कि उद्धव ठाकरे उन लोगों के साथ हैं, जो औरंगजेब की विचारधारा रखते हैं।
फडणवीस ने कहा कि भारत का इतिहास ही रहा है कि जब हम बंटे हैं तो नुकसान हुआ है और दूसरे लोगों ने हमें गुलाम बना लिया। यही नहीं अजित पवार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने साफ कह दिया कि वह दूसरी विचारधारा से आए हैं और शायद अब भी उन पर पुराने साथियों का असर बना हुआ है।
कांग्रेस लीडर पृथ्वीराज चव्हाण ने बीच चुनाव में सीएम पद अपनी पार्टी का अधिकार बताया है। इससे नया विवाद खड़ा हो सकता है। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हमारा भरोसा है कि महाविकास अघाड़ी को चुनाव में जीत मिलेगी और अगला सीएम अब कांग्रेस से होगा। इससे गठबंधन में दरार की स्थिति भी पैदा हो सकती है।
एकनाथ शिंदे ने स्पष्ट किया कि देवेंद्र फडणवीस, नितिन गडकरी और अजित पवार के बैग भी चेक किए गए हैं और यह चुनाव आयोग या ड्यूटी पर लगे अधिकारियों का काम है।
राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे माहिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके मुकाबले उद्धव सेना ने भी कैंडिडेट उतारा है। पहले चर्चाएं थी कि उद्धव सेना कैंडिडेट वापस ले सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस संबंध में जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया तो उन्होंने सख्त रिएक्शन दिया।
सूत्रों ने कहा कि पिछले चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विमान और हेलीकॉप्टर की जांच की गई थी।
भाजपा के विदर्भ में जनाधार से पहले यहां कांग्रेस ही मजबूत दल हुआ करती थी। यह चुनाव तब हो रहा है, जब कांग्रेस ने इस इलाके की कई ऐसी लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है, जिन्हें भाजपा का गढ़ माना जाता था। अब यदि लोकसभा नतीजों को देखें तो इस इलाके की 42 सीटों पर कांग्रेस और उसके MVA गठबंधन को जीत मिली थी।
धारावी पुनर्विकास परियोजना के बारे में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे रद्द कर दिया जाएगा क्योंकि इसका बुरा प्रभाव मुंबई पर होगा। उन्होंने कहा कि तेजी से हो रहे शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र और मुंबई में भी आवास नीति होगी।
मनसे चीफ ने कहा कि जब मराठा समुदाय का पहला मार्च मुंबई आया तो चारों दलों ने उनका सामना किया। इतने वर्षों तक सब सत्ता में आए, किसी ने आरक्षण नहीं दिया। सभी जिलों में मार्च निकलने लगे, उससे क्या हुआ? आपको आरक्षण क्यों नहीं मिला? जारांगे पाटिल आरक्षण के लिए अनशन पर बैठे, कहा चुनाव लड़ेंगे।
राज ठाकरे और एकनाथ शिंदे एवं भाजपा के बीच डील भी हो चुकी थी। यह समझौता हुआ था कि माहिम सीट पर अमित ठाकरे को एकनाथ शिंदे सेना वॉकओवर देगी और उसके बदले में मनसे 10 सीटों पर कैंडिडेट वापस लेगी। इस डील के लिए सदा सरवणकर को मनाने के लिए एकनाथ शिंदे खुद ऐक्टिव थे।
सोमवार को नामांकन आखिरी दिन था, लेकिन इन नेताओं ने चुनाव से हटने से इनकार कर दिया। ऐसे में पार्टी ने सख्त फैसला लिया है। उद्धव सेना से जिन लोगों को निष्कासित किया गया है, उन नेताओं में भिवंडी पूर्व के विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे शामिल हैं।
उद्धव सेना और कांग्रेस के बीच संघर्ष नए स्तर पर पहुंच चुका है। ताजा विवाद सोलापुर साउथ सीट को लेकर है। यहां से कांग्रेस ने कैंडिडेट की घोषणा कर दी है, जबकि उद्धव सेना ने पहले ही उम्मीदवार उतारा था। ऐसे में उद्धव सेना भड़क गई है। उसका कहना है कि हम भी कांग्रेस की कई सीटों पर उम्मीदवार उतार सकते हैं।
इस सूची में पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा नेता आदित्य ठाकरे को वर्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा गया है। आदित्य ठाकरे पहले भी वर्ली से विधायक रहे हैं।
महाराष्ट्र में एक ही चरण में चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस के लिए यहां सत्ता वापसी की चुनौती है। वहीं भाजपा को अपनी सत्ता बचानी है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद यहां कांग्रेस को उम्मीदे दिख रही हैं।