इन दिनों जब सड़ी गरमी विदा हो रही होती है और हवा में हलकी ठंड की खुनक घुलने लगती है, मेरा साहित्य-विरह-कातर मन ‘लिटफेस्टों’ की बाट जोहने लगता है। जैसे चातक पक्षी स्वाति नक्षत्र के सीजन की...
Sat, 12 Oct 2019 11:51 PMअगर आज कविवर बिहारी होते, तो हॉलीवुड की टक्कर के होते। अगर वह फिल्म बनाते, तो सारे ऑस्कर ले जाते। उनका एक-एक दोहा एक-एक फिल्म के बराबर है। वैलेंटाइन डे के रोज मलयालम फिल्म आरू आदार लव की हीरोइन...
Sun, 18 Feb 2018 12:01 AMसाहित्य ने अकादेमी को अपनी ठसक एक बार फिर दिखा दी है। अकादेमी का दिया हुआ एक इनाम लौटा दिया गया है। केरल के एक स्व-क्रांतिकारी लेखक ने यूं तो पहले ही कह रखा था कि वह सरकारी इनाम-विनाम नहीं लेते,...
Sun, 07 Jan 2018 02:08 AM