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थाना भवन पर तिरंगा फहराने के दौरान 15 फरवरी 1932 को अंग्रेजों की गोलियों से तारापुर की धरती आजादी के दीवानों के खून से रंग गयी थी। 34 लोग शहीद हुए थे। इसमें 13 शहीदों के नाम ज्ञात हैं। यह घटना...