अन्नामलाई ने पिछले कुछ समय से अन्नाद्रमुक की आलोचना कम कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर अन्नाद्रमुक और भाजपा में फिर से गठबंधन होता है तो वे राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक नीत इंडिया गठबंधन को कड़ी चुनौती देंगे।
प्रस्ताव में कहा गया, 'लोकतंत्र के चरित्र को सुधारने के लिए केंद्र सरकार की ओर से परिसीमन प्रक्रिया में स्पष्पता होनी चाहिए, ताकि सभी राज्यों के राजनीतिक दल, राज्य सरकारें और दूसरे हितधारक इस पर विचार-विमर्श, चर्चा और योगदान कर सकें।'
तमिलनाडु में सत्तारुढ़ डीएमके पार्टी ने आज लोकसभा सीटों के परिसीमन को लेकर गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और नेताओं की बैठक बुलाई है। भाजपा की राज्य इकाई ने इस बैठक का काले झंडे दिखाकर विरोध किया है।
द्रमुक का कहना है कि केंद्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति में त्रि-भाषा फार्मूले को लागू करके तमिलनाडु पर हिंदी भाषा थोपना चाहता है। राज्य सरकार का कहना है कि वह त्रि-भाषा फार्मूले का पालन नहीं करेगी, बल्कि तमिल और अंग्रेजी की अपनी दशकों पुरानी द्वि-भाषा नीति पर ही कायम रहेगी।
इस वीडियो में क्लास 5 की छात्राएं स्कूल के वॉशरूम को साफ कर रही थीं। किसी ने इस दृश्य को कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो के सामने आते ही हड़कंप मच गया।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भारतीय जनता पार्टी पर स्पष्ट हमला करते हुए कहा कि उन्होंने बजट का लोगो जारी किया था, लेकिन जिन्हें तमिल पसंद नहीं है, उन्होंने इसे बड़ी खबर बना दिया।
पवन कल्याण ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश को दो नहीं बल्कि कई भाषाओं की जरूरत है। तमिलनाडु के नेताओं पर पाखंड करने का आरोप लगाते हुए कल्याण ने कहा कि वह पैसा कमाने के लिए तमिल फिल्मों को हिंदी में डब करने की अनुमति देते हैं लेकिन हिंदी को स्वीकार नहीं करते।
अमित मालवीय ने एक्स पर सीएम स्टालिन पर आरोप लगाया कि वे त्रि-भाषा नीति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में अफवाहें फैलाकर ईडी की छापेमारी से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
मिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री दुरईमुरुगन ने उत्तर भारतीय संस्कृति पर विवादित टिप्पणी कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर भारत में बहुपतित्व (एक से अधिक विवाह) और बहुपत्नी प्रथा आम है।
स्टालिन ने कहा कि हम NEP का विरोध करते हैं, क्योंकि यह शिक्षा क्षेत्र में तमिलनाडु की प्रगति को पूरी तरह से नष्ट कर देगी। उन्होंने दावा किया कि NEP आरक्षण स्वीकार नहीं करती, जो सामाजिक न्याय के खिलाफ है।