Ekdant sankashti chaturthi vrat katha: एकदंत संकष्टी चतुर्थी व्रत हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि इस दिन व्रत कथा पढ़ने या सुनने के बाद ही व्रत पूर्ण होता है। यहां पढ़ें एकदंत संकष्टी चतुर्थी व्रत-
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश जी को समर्पित है, इस दिन संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने का विधान है। इस साल संकष्टी चतुर्थी 16 मई को है। ऐसे में अगर आप भी यह व्रत रख रहे हैं, तो शाम को कथा पढ़कर आरती करें।
Ekdant Sankashti Chaturthi Chand Time: एकदंत संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना का विधान है। इस जिन व्रत करने वाले भक्त चंद्रमा की भी विधिवत पूजा करते हैं व अर्घ्य देते हैं। जानें एकदंत संकष्टी चतुर्थी पर चांद दिखने का समय-
Ekadanta Sankashti Chaturthi Date: मई महीने की संकष्टी चतुर्थी को एकदन्त संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाएगा। इस दिन भगवान श्री गणेश और चंद्रमा की पूजा अर्चना की जाती है। माताएं ये व्रत अपने संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।
Vaishakh Vinayaka Chaturthi 2025 : वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। इस दिन व्रत रखने व गणेश जी की आराधना करने से संतान सुख व समृद्धि का वास होता है।
Vikat Sankashti Chaturthi Upay: बुधवार को 16 मार्च 2025 के दिन वैशाख विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। विकट संकष्टी चतुर्थी की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की जाती है। विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ उपाय करने से मन मांगी मुराद पूरी हो सकती है।
Vinayaka Chaturthi 2025: पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन विनायक चतुर्थी पड़ रही है। इस दिन माताएं इस व्रत को संतान की प्राप्ति और संतान की लंबी उम्र के लिए रखती हैं।
Bhalchandra sankashti Chaturthi: चतुर्थी तिथि पर गणेश स्तुति का पाठ करने से आर्थिक, व्यापारिक उन्नति प्राप्त होती है और कार्यों में सफलता मिलती है।
Bhalachandra Sankashti Chaturthi 2025: चैत्र कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन संकष्टी चतुर्थी पड़ रही है। मार्च महीने की संकष्टी चतुर्थी को भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाएगा।
Bhalachandra Sankashti Chaturthi 2025: हर साल चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भालचन्द्र संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस खास अवसर पर भगवान गणेश की पूजा-व्रत करने का विधान है।