
। संवाददाता रविवार को शहर के भैंसवाल रोड स्थित रालोद कार्यालय पर मासिक बैठक आयोजित हुई, जिसमें जिले

भारतीय जनता पार्टी में एक बार फिर बगावत की चिंगारी ने आग पकड़ ली है। पार्टी के तेज-तर्रार प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता कृष्ण कुमार जानू को शुक्रवार को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया।

अस्पताल में ऐडमिट होने से कुछ दिन पहले भी सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर बयान दिया था। मलिक ने कहा था कि अगर पुलवामा से सबक लेते तो यह हमला ना होता।

मेरठ कॉलेज की एक छात्रा के अपहरण कांड ने सत्यपाल मलिक को हीरो बना दिया। वह जेल गए तो चौधरी चरण सिंह का ऐसा संदेश मिला जिसने वहां से निकलते ही विधायक बना दिया। इसके बाद सत्यपाल मलिक ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। संवैधानिक पदों की भी जिम्मेदारी निभाई।

सत्यपाल मलिक के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी शोक व्यक्त किया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से लिखा कि सत्यपाल मलिक जी के निधन से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं।

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह हमेशा सत्ता को सच का आईना दिखाते रहे। अंत समय तक भी मलिक जनता की ही चिंता कर रहे थे।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक किडनी से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे थे। इसके अलावा उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। मंगलवार को उनका निधन हो गया है।

सत्यपाल मलिक ने 7 जून को भी एक ट्वीट किया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उस मामले का भी जिक्र किया था, जिसे लेकर चार्जशीट दाखिल की गई थी। उन्होंने लिखा था, 'मैं लगभग एक महीने के करीब से अस्पताल में भर्ती हूं और किडनी की समस्या से जूझ रहा हूं। मैं रहूं या ना रहूं इसलिए सच्चाई बताना चाहता हूं।'

Satyapal Malik Death News: पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन हो गया है। उनका लंबे समय दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा है, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। वह जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों में गवर्नर के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और तमाम विषयों पर अपने मुखर और सरकार विरोधी बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सत्यपाल मलिक पिछले तीन महीने से अस्पताल में भर्ती हैं।