सच्चे त्यागी के पास लंगोटी भी नहीं होती : बाल ब्रहमचारी
बाल ब्रहमचारी वैशल्य भारती भैया ने कहा कि अनादिकाल से चींटी से लेकर हाथी तक में परिग्रह (एकत्र)की भावना रहती है। मकड़ी जाला बनाती है पर उसी जाले में फंसकर जीवन खो देती...
Fri, 21 Sep 2018 10:51 PM