जेल में तरह-तरह की अमानवीय यातनाएं झेल रहे इमरान खान के मामले में पाक की एक अदालत ने अहम फैसला सुनाया और पूर्व पीएम को दो बड़ी राहत दी। एक दिन पहले इमरान के दोनों बेटों ने पिता की दुर्दशा पर पहली बार चुप्पी तोड़ी थी।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान जो कभी सेना पर अत्याचार का आरोप लगाते नजर आते थे अब पहलगाम हमले के बाद भारत के खिलाफ उसी सेना का दामन थामते हुए नजर आ रहे हैं।
पंजाबी मूल के आसिम मलिक के पिता गुलाम मोहम्मद मलिक भी सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे थे। आसिम मलिक को लेकर पाकिस्तान में चर्चाएं हैं कि उन्हें इमरान खान को अपदस्थ करने का इनाम मिला है। दरअसल इमरान के करीबी रहे पूर्व आईएसआई चीफ फैज हमीद के खिलाफ चल रहे एक केस की निगरानी आसिम मलिक के पास ही थी।
अदियाला जेल की ओर जाने वाले रास्ते को अवरुद्ध कर दिया था और खान से मिलने आए लोगों को वापस जाने के लिए कहा था। हालांकि, खान की बहनों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को एक खुला पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने सेना की गैरकानूनी कार्रवाइयों और राजनीति में इसकी भागीदारी की आलोचना की।
रावलपिंडी की अदालत ने यह फैसला सुनाया है, जहां की अदियाला जेल में इमरान खान अगस्त 2023 से ही बंद हैं। इमरान खान के खिलाफ घोटाले का यह सबसे बड़ा मामला है, जिसमें फैसला आया है। ऐंटी-करप्शन कोर्ट के जज नासिर जावेद राणा ने यह फैसला सुनाया। इससे पहले इमरान खान को सजा देने पर फैसला तीन बार टल चुका था।
विश्व बैंक ने शर्त भी रखी है कि पूंजी को शिशु मृत्यु दर कम करने, कुपोषण खत्म करने, ऊर्जा के नवीकरणीय उपाय अपनाने और क्लाइमेट चेंज से निपटने के उपायों पर खर्च किया जाएगा। साफ है कि विश्व बैंक ने पाक को लोन देश में शिक्षा, स्वास्थ्य के प्रसार के लिए दिया है। इसका कोई दूसरा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
इमरान खान ने कहा कि उन्हें इस्लामाबाद में बानी गाला निवास में स्थानांतरित करने के लिए परोक्ष रूप से संपर्क किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री अगस्त 2023 से अडियाला जेल में कैद हैं।