ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी के मौके पर पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति को लेकर अलर्ट पर हैं। राज्य में करीब 4 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। वहीं संवेदनशील इलाकों में नाकाबंदी भी की गई है।
प्रोफेसर मलकीत सिंह बताते हैं, 'खालिस्तान शब्द का सबसे पहले प्रयोग लुधियाना के एक मेडिकल डॉक्टर वी.एस. भट्टी द्वारा एक पैम्फलेट के शीर्षक के रूप में 1940 में किया गया था, जो कि ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के लाहौर प्रस्ताव के तुरंत बाद प्रकाशित हुआ था। तब खालिस्तान का नारा पाकिस्तान प्रस्ताव के खिलाफ था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर खालिस्तान समर्थक माहौल खराब कर सकते हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी इस काम में उनका साथ दे सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने पुख्ता तैयारी की है।
1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान, भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर परिसर में खालिस्तानियों को बाहर निकालने के लिए सैन्य कार्रवाई की थी। इस ऑपरेशन में ऐतिहासिक इमली का पेड़ भी पूरी तरह नष्ट हो गया।
बिजयंत पांडा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम केवल दो मुद्दों पर बातचीत करेंगे क्योंकि उन्होंने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। जब हम स्वतंत्र हुए, तो अलग-अलग हिस्से अलग-अलग देशों के पास गए और अंग्रेजों ने एक व्यवस्था बनाई।’
मॉनसून कोर जोन में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा और आसपास के इलाके शामिल हैं। इस क्षेत्र में ज्यादातर बारिश दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दौरान होती है और यह कृषि के लिए काफी हद तक इस पर निर्भर करता है।
संजय राउत ने केंद्र के उस फैसले की भी आलोचना की, जिसमें सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को सीमापार आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए विदेश भेजा गया। उन्होंने कहा कि इस कदम का समय रणनीतिक स्पष्टता की कमी को दर्शाता है।
ऑपरेशन सिंदूर में तीनों सेनाओं (थल, वायु, नौसेना) ने मिलकर 9 आतंकी ठिकानों (जैसे- बहावलपुर और मुरिदके) को नष्ट किया। भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों और SCALP मिसाइलों का उपयोग किया।
हरियाणा के पुलिस उपायुक्त नरेंद्र कादयान ने कहा कि सोनीपत के राई पुलिस थाने में 2 प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं। इनमें से एक FIR हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया की शिकायत पर और दूसरी गांव के सरपंच की शिकायत पर दर्ज की गई।
आकाशतीर सिस्टम कई सोर्सेज से डेटा इकट्ठा करता है, उसे प्रोसेस करता है और रियल-टाइम में ऑटोमेटेड एंगेजमेंट डिसीजन लेने की इजाजत देता है। यह व्यापक C4ISR (कमांड, कंट्रोल, कम्युनिकेशन्स, कंप्यूटर्स, इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रिकॉन्सेन्स) फ्रेमवर्क का हिस्सा है।