
नेपाल ने अपनी नई करेंसी छापने का टेंडर चीन की एक कंपनी को दिया है। अब नेपाल की पूरी करेंसी की छपाई चीन में होगी। नेपाल इससे पहले तक भारतीय कंपनियों से अपनी करेंसी की छपाई करवाता था।

नेपाल के मधेश प्रांत में सोमवार सुबह बड़ा राजनीतिक विवाद भड़क उठा। सीपीएन-यूएमएल के संसदीय दल नेता सरोज कुमार यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के तुरंत बाद जनकपुरधाम के मुख्यमंत्री कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना हो गई।

Nepal News Today: नेपाल में मार्च 2026 में चुनाव होना है। इससे पहले सियासी जोड़-तोड़ शुरू हो गया है। इस बीच सीपीएन-माओवादी सेंटर समेत 9 राजनीतिक दलों का विलय बुधवार को नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी के गठन के लिए निर्धारित है।

अदालत के समक्ष वकीलों ने अंतरिम सरकार की वैधता को चुनौती देते हुए तीखे तर्क दिए हैं। एडवोकेट प्रेम राज सिलवाल ने कहा कि सरकार में चुनाव कराने की वैधता और इरादे की कमी है और शक्ति को सड़कों के माध्यम से हड़पा नहीं जा सकता है।

नेपाल में बीते महीने हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला था, जिसका नेतृत्व देश की पूर्व CJI सुशीला कार्की कर रही हैं। कार्की ने अगले साल मार्च के महीने में चुनाव करवाने का ऐलान किया था।

Nepal: के पी शर्मा ओली को सत्ता से उखाड़ फेंकने वाले जेन-जी समूह ने राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया है। हालांकि, आगामी चुनाव में भाग लेने से पहले उन्होंने अपनी कुछ महत्वपूर्ण मांगों को रखा है।

Nepal vs West Indies T20 Series: 3 मैचों की T20 सीरीज के आखिरी मैच में वेस्टइंडीज ने नेपाल को 10 विकेट से धोया, लेकिन फिर भी नेपाल ने जश्न मनाया, क्योंकि सीरीज पहले ही नेपाल की टीम ने जीत ली थी।

आयोग के निर्णय में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 8 और 9 सितंबर की घटनाओं की जांच एवं पूछताछ के दौरान ये सभी व्यक्ति जांच के दायरे में हैं, इसलिए उनकी विदेश यात्रा पर रोक लगाना अनिवार्य है। इन्हें कभी भी आयोग के समक्ष हाजिर होना पड़ सकता है।

नेपाल में बीते दिनों हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद के पी ओली की सरकार गिर गई। इसके बाद अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए युवाओं की पसंद बनकर उभरीं सुशीला कार्की ने आगामी 5 मार्च को चुनाव की घोषणा की है।

सरकारें सत्ता हासिल करती हैं, सुधारों के लुभावने वादे बांटती हैं, फिर घोटाले फूट पड़ते हैं, जनता सड़कों पर उतर आती है और सरकारें ढह जाती हैं। दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया में यह कहानी पहले भी दोहराई जा चुकी है।