ओ भिना कसकै जानू द्वाराहाट, हिट साई कौतिक जानू....
ऐतिहासिक, पौराणिक एवं सांस्कृतिक विरासत को संजोए स्याल्दे-बिखौती मेले के दूसरे दिन न्यौज्यूला धड़े के मेलार्थियों ने नगाड़े-निसाण एवं पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल, दमुआ, रणसिंहा व शौर्य का प्रतीक...
Sun, 14 Apr 2019 08:51 PM