समाज में बदलाव लाने के लिए आपको क्या चाहिए? सत्ता, धन या समूह? क्या इनके बगैर भी ऐसा सुधार मुमकिन है, जो हजारों लोगों की जिंदगी में खुशियां ला सके? किसी परिवर्तन की पहल के लिए जो पहली और शायद सबसे...
Sat, 16 Dec 2023 11:17 PMअनेक विसंगतियों को जी रहे समाजों में जब भी कोई सच का हरकारा बनने की कोशिश करता है, उस पर चौतरफा हमले शुरू हो जाते हैं। और यह प्रवृत्ति कमोबेश पूरी दुनिया में है। लेकिन जब एक समाज किसी कटु सच्चाई से...
Sat, 27 Nov 2021 07:39 PMउनके जन्म के साथ एक खलिश जुड़ी रही, जिसने उनकी परवरिश पर गहरा असर डाला। आज से 41 साल पहले बेंगलुरु के एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मी स्वर्णलता जे चार बहनों में दूसरी हैं। उनके जन्म के समय माता-पिता को...
Sat, 20 Nov 2021 08:53 PMदुनिया के बहुत सारे लोगों की तरह उनके दादा भी एक बेहतर जिंदगी की तलाश में करीब 130 साल पहले अमेरिका पहुंचे थे। पूर्वी यूरोप से चलते वक्त बमुश्किल दस डॉलर जुटा पाए थे। न कोई डिग्री थी और न वह...
Sat, 30 Oct 2021 09:09 PMअशांत इलाकों में जीने वाले लोगों की हर सुबह ही नई आशंकाओं के बीच होती है। तरह-तरह की पाबंदियां मानो उन भौगोलिक क्षेत्रों में जन्मे लोगों की नियति का अनिवार्य हिस्सा हों। मगर कोलंबियाई सूबे बोलिवर में...
Sat, 16 Oct 2021 10:00 PMदस्यु से आदि कवि बनने की कहानी हम सबने पढ़ी है। महात्मा गांधी के बारे में महान वैज्ञानिक आइंस्टीन के इस उद्गार से भी आप शायद वाकिफ होंगे कि आने वाली नस्लें बड़ी मुश्किल से यकीन कर पाएंगी कि हाड़-मांस का...
Sat, 09 Oct 2021 10:54 PMकुछ कहानियां आपको रोमांच से भर देती हैं, कुछ हैरान कर जाती हैं, मगर जिन-जिन की जिंदगी पर वे गुजरीं, वे ताउम्र उसकी सिहरन से आजाद नहीं हो पाते। सोचिए, बमुश्किल नौ-दस साल की एक बच्ची से जब कहा गया होगा...
Sat, 02 Oct 2021 09:31 PMसदियों से आज तक युद्धों-संघर्षों ने मर्दों के लिए तो ‘शहीद’ का सम्मान जुटाया, पर औरतों के हिस्से में अमूमन तकलीफ भरी जिंदगी ही डाली। इस हकीकत को एक फौजी या किसी पुलिस वाले से बेहतर भला...
Sat, 25 Sep 2021 10:04 PMआजादी के सात दशक बाद बंटवारे की टीस अब शायद बहुत थोड़े लोगों में बची हो, क्योंकि उनको भोगने-जीने वाली पीढ़ियां या तो खत्म हो चली हैं या फिर उनकी स्मृतियों पर वक्त की मोटी परत जम चुकी है, मगर कुछ लोग...
Sat, 18 Sep 2021 09:47 PMअगस्त का महीना था। सतना (मध्य प्रदेश) के छोटे से गांव अमदरा में एक वकील-शिक्षिका दंपति के यहां बेटी पैदा हुई। गांवों के रूढ़िवादी परिवारों में बेटियों के हिस्से जश्न कम, पाबंदियां, हिदायतें और नसीहतें...
Sat, 11 Sep 2021 11:29 PM