
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन का आयोजन कर लोगों से मुलाकात की। उनकी समस्याएं सुनीं और प्रभावी निस्तारण के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश दिए।

शारदीय नवरात्र और विजयदशमी पर्व के उपलक्ष्य में लगातार चार दिन आनुष्ठानिक कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के बावजूद आराम करने की बजाय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह जन समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता दी।

मासूम मायरा को देख मुस्कुराते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ रुक गए। उन्होंने पहले हालचाल जाना, फिर पूछा कि क्या बनना चाहती हो। इस पर मायरा ने जवाब दिया- डॉक्टर। यह सुन सीएम ने पहले उसे चॉकलेट दी, फिर अधिकारियों को एडमिशन कराने का निर्देश दिया।

यूपी केे काशी में पहली बार सीएम योगी जनता दर्शन हुआ। इस दौरान सीएम योगी एक-एक फरियादी के पास पहुंचे। उन्होंने 102 फरियादियों की शिकायतें सुनीं। पुलिस कमिश्नर औऱ डीएम को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया।

यूपी में सीएम के जनता दरबार में गाजियाबाद का रिटायर सैनिक जहर खाकर पहुंचा। उसने गाजियाबाद लोनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए। जान का खतरा भी बताया। सैनिक को भर्ती कराया गया है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा कि जनता की समस्याओं पर त्वरित और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करें। शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई करते हुए गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक समाधान सुनिश्चित कराएं। जनता दर्शन कार्यक्रम में पहुंचे लोगों को मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा, घबराइए मत।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार अपने आवास पर लगाया। योगी ने फरियादियों को त्वरित न्याय मिल सके इसलिए आला अफसरों को भी जनता दर्शन में तलब किया।

सिल्ली विधायक अमित कुमार महतो ने रविवार को टाटी और सुरसू पंचायत में जनता दरबार आयोजित किया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और आवेदन प्रखंड के अधिकारियों को सौंपे। बीडीओ जयपाल सोय ने समस्याओं के...

रामगढ़ विधायक ममता देवी ने रविवार को गोला मठवाटांड़ में जनता दरबार का आयोजन किया। उन्होंने आम लोगों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को फोन करके समाधान के निर्देश दिए। पानी, बिजली, नाली और पीसीसी पथ...

गोरखपुर में आज जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 300 लोगों की समस्याएं सुनीं। सीएम योगी ने हर जरूरतमंद का आयुष्मान कार्ड बनवाने के निर्देश दिए। साथ ही जिन जरूरतमंद के आयुष्मान कार्ड नहीं है उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इस्टीमेट मंगवाए हैं। उनके इलाज का खर्च सरकार देगी।