इजरायल और हमास के बीच शांति वार्ता का कई दिन बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया है। इजरायल और हमास के अपने-अपने तर्क हैं। जानिए, वार्ता में कौन डाल रहा अड़ंगा
इजरायल को मानवीय सहायता पर रोक लगाना बंद करना होगा। मिस्र के साथ गाजा की सीमा पर स्थित रणनीतिक गलियारे से भी हटना होगा। एक अधिकारी ने बताया कि हमास बंधकों के बदले में और अधिक फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की भी मांग करेगा।
कभी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ठिकाना रहे ट्रंप टॉवर में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हंगामा कर दिया। वहीं अधिकारियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाले करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रंप से क्यों नाराज हैं यहूदी?
जहां तक बात रही यहूदियों की तो 45% यहूदी उत्तरदाताओं का मानना है कि नेतन्याहू को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए, जबकि 59% अरबों का मानना है कि नेतन्याहू को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
ट्रंप सरकार ने अमेरिका में इजरायल के विरोधियों पर ऐक्शन तेज कर दिया है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीनी समर्थन के अगुवा कर रहे एक्टिविस्ट को गिरफ्तार किया है। उसे अमेरिका से निकालने की तैयारी है।
गाजावासियों पर चल रहे इजरायली जुल्म के बीच अमेरिका और हमास में गुप्त वार्ता हुई है। इस पर इजरायली सरकार भड़क गई। जवाब में अमेरिका ने भी सुना डाला। कहा- हमें अपना एजेंट मत समझना।
बीते सप्ताह गाजा को दी जाने वाली मदद रोकने के बाद इजरायल ने रविवार को गाजा की बिजली की आपूर्ति को रोकने का आदेश दे दिया है। वहीं हमास ने इजरायल के इस कदम को ब्लैकमेल बताया है। युद्धविराम समझौते का क्या होगा?
फिलिस्तीन समर्थकों ने गोल्फ कोर्स पर बड़े-बड़े अक्षरों में 'गाजा बिकाऊ नहीं है' लिख दिया। क्लबहाउस को लाल स्प्रे पेंट से खराब किया गया। ग्रीन्स में से एक को नुकसान पहुंचाया, जिसमें ओपन चैंपियनशिप में इस्तेमाल होने वाला होल भी शामिल है।
इन मजदूरों को वेस्ट बैंक के अल-जायेम गांव में फंसाया गया था। वहां कुछ लोगों ने उनके पासपोर्ट का इस्तेमाल इजरायल में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश की थी।
यह बयान उनके पहले के बयानों की तरह ही सख्त है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर बंधक उनके कार्यकाल शुरू होने से पहले रिहा नहीं हुए, तो मध्य पूर्व में नरक टूट पड़ेगा।