बेंजामिन नेतन्याहू सरकार पर संकट के बादल फिर मंडरा रहे हैं। कट्टरपंथी यहूदी पार्टी ने सरकार के गठबंधन से किनारा करने का ऐलान किया है। क्या नेतन्याहू पीएम पद गंवा देंगे?
इजरायल ने सीरियाई सरकार के सैन्य टैंक पर हमला कर दिया है। इजरायल ने कहा है कि वह ड्रूज़ अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए यह कार्रवाई कर रहा है। हालांकि विश्लेषकों का दावा कुछ और है। इस बीच सीरिया की सरकार ने शुरू हुई आंतरिक जंग में सीजफायर की घोषणा की है।
इजरायल के रक्षा मंत्री काट्ज ने कहा कि हिजबुल्लाह लड़ाके राडवान फोर्स के जरिए सीमापार से घुसपैठ और बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं।
इजरायल काट्ज ने इस प्रस्ताव पर बात कुछ मीडियाकर्मियों से की थी। इस बारे में न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी डिटेल रिपोर्ट में जानकारी दी है। इसके बारे में इजरायल के कई पत्रकार कॉलम भी लिख चुके हैं। यही नहीं हमास ने अब सीजफायर न होने को लेकर इसी का हवाला दिया है।
दिसंबर में पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद की सत्ता के पतन के बाद से इजरायल सीरिया के नए नेताओं के प्रति सशंकित रहा है और उसका कहना है कि वह अपनी सीमाओं के निकट इस्लामी चरमपंथियों को नहीं चाहता है।
गाजा में इजरायली सेना का ऑपरेशन हमास जारी है। इजरायली हमलों में 58 हजार से अधिक गाजावासी मारे जा चुके हैं। सोमवार को इजरायल ने बताया कि उसने हमास के खूंखार आतंकी नासिर अली कुनेता को मार गिराया।
राफा में मानवीय शहर बसाने की नेतन्याहू की योजना पर तीखी बहस के बीच इजरायली सेना का कहना है कि उसके लड़ाकू विमानों ने पिछले 24 घंटों में गाजा पर 100 से ज़्यादा बार हमले बोले हैं। उनका दावा है कि उनके निशाने पर आतंकवादी संगठन हैं।
इजरायल ने 24 घंटे के अंदर गाजा में कम से कम 100 हमले किए हैं। इजरायली सेना का दावा है कि उसने कई इलाकों को तबाह कर दिया है। वहीं पानी की कतार में खड़े बच्चों की मौत को लेकर IDF ने सफाई भी पेश की है।
गाजा में इजरायली मिसाइल की चपेट में आने से आठ फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे हैं। इसके अलावा करीब दर्जन भर लोग घायल भी हुए हैं। सेंट्रल गाजा के अधिकारियों के मुताबिक यह मामला रविवार का है, जब यह लोग पानी लेने गए हुए थे।
इजरायल ने शुक्रवार दे रात गाजा में एक बार फिर कहर बरपा दिया। इजरायली हवाई हमलों और गोलीबारी में कम से कम 52 लोगों की जान चली गई। इसमें कई बच्चे भी शामिल थे।