
सुरक्षा विशेषज्ञ कहते हैं कि चीन के कैरियर बढ़ने की रफ्तार चिंताजनक है। इससे चीन का दक्षिणी चीन सागर समेत अन्य महासागरों में क्षेत्रीय महत्व बढ़ सकता है और क्षेत्रीय रक्षा संतुलन बिगड़ सकता है।

नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना इस नजरिए का प्रतीक है। इक्षक को महिलाओं के लिए विशेष आवास व्यवस्था के साथ डिजाइन किया गया है जो अपनी तरह का पहला बड़ा सर्वेक्षण पोत है।

आईएनएस इक्शाक, जो 110 मीटर लंबा है और 18 समुद्री मील की गति प्राप्त कर सकता है, औपचारिक रूप से भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है। यह सर्वेक्षण पोत जीआरएसई कोलकाता द्वारा निर्मित है और 11,000 मीटर की गहराई तक स्कैन करने की क्षमता रखता है। इसमें महिलाओं के लिए विशेष आवास भी है।

- नौसेना उपप्रमुख ने सूचना के साझाकरण पर भी जोर दिया नई दिल्ली,

सीएमएस-03 उपग्रह भारतीय नौसेना की अंतरिक्ष-आधारित संचार और समुद्री निगरानी क्षमताओं को और मजबूत करेगा।नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह उपग्रह हिंद

नोट: उपग्रह लॉन्चिंग वाली खबर के साथ ले सकते हैं नौसेना स्वदेशी उपग्रह के

- 3 से 5 नवंबर तक आयोजित कार्यशाला में लेंगे हिस्सा नई दिल्ली,

जापान और ऑस्ट्रेलिया, जो भारत और अमेरिका के साथ ‘क्वाड’ समूह के सदस्य हैं, वे भी शामिल होंगे। भारत ने चीन, पाकिस्तान और तुर्किये को इन आयोजनों के लिए आमंत्रित नहीं किया है।

कोच्चि में, वाइस एडमिरल समीर सक्सेना ने शुक्रवार को नौसेना की दक्षिणी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पद संभाला। उन्होंने वाइस एडमिरल वी. श्रीनिवास की जगह ली, जो चार दशकों के बाद सेवानिवृत्त हुए। समीर सक्सेना 1989 में नौसेना में शामिल हुए और नौवहन तथा निर्देशन में विशेषज्ञ हैं।

इसरो 2 नवंबर को 4400 किलोग्राम के सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 को लॉन्च करेगा। यह उपग्रह भारतीय नौसेना की समुद्री संचार क्षमताओं को मजबूत करेगा। CMS-03 सभी प्रकार के संचार, जैसे वॉइस कॉल और इंटरनेट डेटा, मुहैया कराएगा। यह पूरी तरह से स्वदेशी है और भारत को अमेरिका, रूस और चीन के क्लब में शामिल करेगा।