हाथरस जिले के एक डिग्री कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। प्रोफेसर पर पिछले 20 वर्षों से छात्राओं का यौन उत्पीड़न और शोषण करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर ने खुद ही अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किए थे जिनमें से 59 वीडियो ऑनलाइन लीक हो गए।
हाथरस में 7 साल की बच्ची से रेप के आरोप में गिरफ्तार युवक ने दरोगा की पिस्टल छीनकर फायर कर दिया। पुलिस ने भी अपने बचाव में फायरिंग की जिसकी एक गोली आरोपी के पैर में लग गई। घायल होकर आरोपी वहीं गिर गया। इसके बाद पुलिस ने उसे जिला अस्पताल ले जाकर इलाज कराया।
यूपी का हाथरस में छात्रा के साथ कॉलेज में ही अश्लील हरकतें करते प्रोफेसर कैमरे में कैद हुआ है। इसका वीडियो वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है। प्रोफेसर ने एक नहीं कई छात्राओं के साथ ऐसी हरकतें की हैं। रेप की बातें भी कहीं जा रही हैं।
हाथरस के एक गांव में 7 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। यह बात सामने आने के बाद गुस्साई भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने एक धर्मस्थल की ओर पत्थर भी फेंके। हाथरस के एसपी, कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया।
कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव मीतई के निकट रात को तीन बजे हुआ हादसा,सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को पहुंचाया जिला अस्पताल,यहां पर रोडवेज के चालक को डॉक्टर ने किया अमृत घोषित,घायलों का जिला अस्पताल में चल रहा उपचार, उत्तराखंड रोडवेज के चालक सहित तीन को किया गया गंभीर हालत में रेफर
नगर पालिका परिषद के 16 हजार से अधिक आबादी वाले वार्ड नंबर 22 वाटर वर्क्स कॉलोनी के वाशिंदों को इन दिनों मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। क्षेत्र में साफ-सफाई, पेयजल संकट, खस्ताहाल सड़क, पुलिया की समस्या पहले से बनी हुई हैं।
जस्टिस ओका ने कहा, ‘बंबई हाई कोर्ट के एक फैसले में कहा गया कि बिना पूर्व अनुमति के कोई भी बैनर या होर्डिंग नहीं लगाया जाना चाहिए। इनमें से किसी भी होर्डिंग पर अनिवार्य अनुमति संख्या नहीं थी यानी वे अवैध थे।’
शहर के आगरा रोड स्थित 6000 की आबादी वाले अहियापुर के लोग खस्ताहाल सड़क, गंदगी, जलभराव और पेयजल संकट की समस्या का सामना कर रही है। पोखर पर कब्जा होने की वजह से क्षेत्र में जलभराव की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि बिना बारिश के गली-मोहल्लों में जलभराव बना रहता है।
हाथरस भगदड़ मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक जांच आयोग ने बुधवार को यूपी सरकार को 1680 पन्नों की अपनी रिपोर्ट सौंप दी। बता दें कि पिछले साल 2 जुलाई कोकासगंज जिले की पटियाली तहसील के हाथरस गांव में स्वयंभू बाबा भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में करीब 121 लोगों की जान चली गई थी।
हाथरस भगदड़ में एसडीएम और पुलिस अधिकारी दोषी पाया गया है।जांच में भोले बाबा को क्लीन चिट देने की बात पहले ही सामने आ चुकी है। न्यायिक आयोग की यह जांच रिपोर्ट इसी सप्ताह सदन में पेश की जा सकती है।