
सीतामढ़ी के कबड्डी संघ के संरक्षक पंकज कुमार सिंह को राज्य स्तरीय विद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता के लिए तकनीकी अधिकारी नियुक्त किया गया है। यह प्रतियोगिता 10 से 13 नवंबर तक बेगुसराय के गांधी स्टेडियम में आयोजित होगी। प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए 22 तकनीकी अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
हजारीबाग की बेटियों ने सीमित संसाधनों के बावजूद एथलेटिक्स में शानदार प्रदर्शन किया है। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में ओवरऑल चैंपियन बनकर उन्होंने साबित किया कि हौसला ही सबसे बड़ा संसाधन है। खिलाड़ियों को उचित सुविधाएं और संसाधन मिलें, तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का नाम रोशन कर सकती हैं।

रामपुर के सबार स्थित उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय की हैं चयनित छात्राएं आंध्र प्रदेश के अनंतपुरम में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में दमखम दिखाएंगी दोनों छात्राएं

राष्ट्रीय स्तर की खो खो प्रतियोगिता आज से

सासाराम, एक संवाददाता। लिकाओं को एचपीवी के टीके लगाये जा रहे हैं। केंद्र की चिकित्सक डॉ. शिवानी ने बतायी कि विभागीय निर्देशानुसार सर्वाइकल

डीएम ज्ञानेन्द्र सिंह ने एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत 6 से 19 वर्ष तक की किशोरियों को आयरन की गोलियां देने के लिए 10 नवंबर से अभियान शुरू करने की घोषणा की। अधिकारियों को वर्चुअल माध्यम से दिशा निर्देश दिए गए और नियमित रिपोर्टिंग के लिए कहा गया। उत्कृष्ट कार्यों पर पुरस्कृत करने का भी आश्वासन दिया गया।

पीडीडीयू नगर, वरिष्ठ संवाददाता। हॉकी के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर खेल

अयोध्या में आयोजित राज्य विद्यालय बालिका खो-खो प्रतियोगिता में वाराणसी, देवीपाटन, अयोध्या, गोरखपुर और बस्ती की टीमों ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग में विभिन्न टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ, जिसमें कई टीमों ने एक-दूसरे को पराजित किया।

फोटो : 61 ताइक्वांडो में भाग लेती छात्राएं।शाहजहांपुर। जीएफ कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत ताइक्वांडो प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। मनीषी ताइक्वांडो...

शाहजहाँपुर के कंपोजिट विद्यालय लक्ष्मीपुर सिमरिया में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाना और उनमें आत्मविश्वास विकसित करना था। प्रशिक्षण के बाद सभी बालिकाओं को प्रमाण पत्र और उपहार दिए गए।