
कॉरपोरेशन यह भी कह चुका है कि उपभोक्ताओं पर कनेक्शन की दरें बढ़ने का बोझ एकमुश्त न बढ़े इसलिए वह 10 साल में किस्तों में मीटर के दाम ले सकता है। नियामक आयोग को अब दाम पर सभी फैसले लेने हैं। अगर दूसरे राज्यों में लिए जा रहे मूल्य का आकलन होता है तो यूपी में भी दाम 6016 रुपये से कम हो सकते हैं।

यूपी के घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद से उनकी बिजली की खपत बढ़ गई है। हालांकि, उनका खर्च कम हो जाना चाहिए क्योंकि स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को बिजली में दो प्रतिशत की रियायत दी जाती है।

उत्तर प्रदेश में नया बिजली कनेक्शन लेना महंग हो गया है। मीटर के रेट में छह गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी कर दी गई है। नए कनेक्शन के साथ अब केवल स्मार्ट मीटर ही लगाए जाएंगे। इस बारे में पावर कारपोरेशन के एमडी की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है।

नियामक आयोग ने ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन और यूपीएसएलडीसी का वित्तीय वर्ष 2025-26 का टैरिफ जारी कर दिया है। ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन का लाभांश बढ़ गया है।ज्यादा लाभांश देने से पावर कॉरपोरेशन पर करीब 1000 करोड़ का बोझ आएगा। सकी वसूली उपभोक्ताओं से होगी।

125 यूनिट फ्री बिजली योजना लागू होने के बाद पहली बार 60 लाख उपभोक्ताओं का बिजली बिल जीरो आया है। ऊर्जा विभाग के अनुसार अगस्त महीने में अभी और बिल आने बाकी हैं, ऐसे में शून्य बिजली बिल की संख्या और बढ़ेगी।

यूपी में ईवी यानी इलेक्ट्रिक वाहन रखने वालों को अलग कनेक्शन लेना पड़ सकता है। अगर अलग नहीं लिया तो वाहन चार्जिंग के लिए बिजली महंगी पड़ सकती है।पावर कॉरपोरेशन ने घरेलू बिजली दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। जबकि ईलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग की दरें पुरानी रखी है।

अगस्त में भी बिजली उपभोक्ताओं की जेब ढीली होनी तय हो गई है। बिजली बिल के साथ अतिरिक्त चार्ज लगाने का आदेश बिजली विभाग ने जारी कर दिया है। बिलों में यह अतिरिक्त चार्ज, ऊर्जा व ईंधन खरीद समायोजन अधिभार के लिए लिया जाएगा

बरेली मंडल समेत लखनऊ में एक लाख 13 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर को प्रीपेड कर दिया गया है। जून महीने में जिन उपभोक्ताओं के पोस्ट पेड स्मार्ट मीटर, प्रीपेड में बदले गए थे, उनकी तारीख भी आ गई है। ऐसे हजारों बिजली उपभोक्ताओं को अलर्ट रहने की जरूरत है।

मोबाइल सेवा देने वाली कंपनियों की मेहरबानी से फोन नंबर का खजाना लेकर बैठे साइबर ठगों ने अब नीतीश कुमार सरकार की 125 यूनिट मुफ्त बिजली की योजना को ठगने का नया जरिया बनाया है।

बिहार में 125 यूनिट फ्री बिजली का जोर-शोर से प्रचार किया जा रहा है। बिजली कंपनी ने निर्देश जारी किए हैं कि मुफ्त बिजली योजना का लाभ सिर्फ मकान मालिक ही नहीं बल्कि किराएदार भी ले सकेंगे।