बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चुनाव आयुक्त विवेक जोशी चार दिन के बिहार दौरे पर हैं। इस दौरान शुक्रवार को पटना में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक कर रहे हैं। जिसके बाद वो चंपारण में ईवीएम की एफएलसी का भी निरीक्षण करेंगे।
केंद्रीय चुनाव आयुक्त डॉक्टर विवेक जोशी पांच दिन के दौरे पर गुरुवार की शाम पटना पहुंच रहे हैं। जोशी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर 19 मई तक अलग-अलग बैठकें करेंगे। इस दौरान वो चंपारण भी जा सकते हैं।
आयोग ने देशभर के 99 करोड़ से अधिक मतदाताओं के डेटाबेस की जांच की और पाया कि यह समस्या चार मतदान केंद्रों में से औसतन एक में थी। प्रभावित मतदाताओं को नए ईपीआईसी नंबर के साथ कार्ड जारी किए गए हैं।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर में तीनों चुनाव आयुक्त के साथ बैठक की। बहनजी के नाम से लोकप्रिय मायावती इस तरह की बैठकों में कम जाती हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) की शुरुआत हो गई है। पहले चरण में पटना, पूर्णिया समेत 13 जिलों में एफएलसी होगी। 30 जून तक सभी जिलों इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।
निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि अब मृत मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए अलग से आवेदन देने की जरूरत नहीं होगी।
चुनाव आयोग के अनुसार, बिहार के स्टेट पुलिस नोडल ऑफिसर (एसपीएनओ) एवं अन्य पुलिस अधिकारियों को भी एक दिन का प्रशिक्षण दिया गया। इसका उद्घाटन मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने किया, जिसमें निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी भी मौजूद थे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी विदेश में दिए अपने बयान को लेकर फिर चर्चा में हैं। राहुल इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं। उन्होंने वहां के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय बॉस्टन यूनिवर्सिटी में दिए अपने भाषण में भारत के चुनाव आयोग पर सवाल उठा दिया। इसपर अब मोहन सरकार के मंत्री ने उन्हें आड़े हाथों लिया है।
आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि EPIC नंबरों की डुप्लिकेशन का मतलब फर्जी वोटर नहीं होता, और इस संबंध में डेटा जारी कर अपना पक्ष रखा है।
जैन ने CJI खन्ना के सामने दावा किया कि अगर उनको मौका दिया जाए तो वह 48 घंटे में गिनती पूरी करके दिखा सकते हैं।