June me ekadashi kab hai 2025: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह तिथि भगवान श्रीहरि का आशीर्वाद पाने के लिए खास मानी गई है। जानें जून में एकादशी व्रत कब-कब है-
Apara Ekadashi Muhurat: भगवान विष्णु की उपासना के लिए एकादशी तिथि अत्यंत शुभ मानी गई है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। जानें अपरा एकादशी पूजन मुहूर्त, विधि, मंत्र, भोग व व्रत पारण का समय-
Apara Ekadashi Date and Time: शुक्रवार के दिन अपरा एकादशी व्रत रखा जाएगा। मान्यताओं के अनुसार, अपरा एकादशी का व्रत रखने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है व मनोकामना पूर्ति होती है।
Nirjala Ekadashi Niyam: निर्जला एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है। मान्यता है कि इन कामों को करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
Apara Ekadashi Upay: हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, अपरा एकादशी व्रत करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। जानें अपरा एकादशी पर क्या उपाय करने चाहिए-
Nirjala Ekadashi Vrat : ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता है। निर्जला एकादशी का महत्व सभी एकादशी में सबसे अधिक होता है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।
Devshayani Ekadashi : देवशयनी एकादशी से देव चार माह के लिए विश्राम में चले जाएंगे और (अबूझ तिथि को छोड़कर) सभी मांगलिक कार्यों पर चार माह के लिए रोक लग जाएगी।
Nirjala Ekadashi Vrat Niyam: हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से जातक को पापों से मुक्ति मिलती है। मनुष्य सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को जाता है। जानें निर्जला एकादशी व्रत नियम-
Mohini Ekadashi Vrat : वैशाख माह में शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस पावन दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा- अर्चना की जाती है। इस साल 8 मई को मोहिनी एकादशी है।
Panchang Today : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए जानते हैं आज के शुभ, अशुभ मुहूर्त…