मौसम विभाग के अनुसार 20 मार्च तक तापमान में वृद्धि के आसार नहीं हैं। इसके बाद बादलों की आवाजाही बने रहने से 23 मार्च तक पारा गिरने की संभावना है। 20 से 23 मार्च के बीच उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार के एक या दो स्थानों पर गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है।
बिहार में इस हफ्ते गर्मी से राहत के आसार हैं। 20 से 23 मार्च के बीच उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व बिहार के एक या दो स्थानों पर गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है।
Bihar Weather Report: मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तर पाकिस्तान एवं आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से औसत 3.01 से 5.8 किलोमीटर ऊपर के आसपास बना है। इसके साथ ही एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश एवं आसपास के क्षेत्र में भी बना है।
होली पर बिहार में मौसम में बदलाव के आसार नहीं है। अधिकतर जिलों का तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पटना, बक्सर, गया समेत अन्य जिलों में दोपहर के समय गर्मी सताएगी।
Bihar Weather Report: न्यूनतम तापमान में पांच दिनों के दौरान एक से तीन डिग्री की वृद्धि के आसार है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार होली के पूर्व मौसम में थोड़े बहुत बदलाव के आसार हैं। 12 मार्च की रात से पश्चिमी हिमालय में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है।
मौसम विभाग से जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार के कई जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान गरज के साथ ठंड का गिरने की भी संभावना है। हवा की गति बीस से चालीस किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।
मौसम विभाग ने पूर्वी बिहार में मौसम बिगड़ने की आशंका जताई है। कुछ जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। पटना समेत अन्य जिलों में भी बादल छाए रहने के आसार हैं।
Bihar Weather: बिहार में इस बारॉ मार्च महीने के अंत से ही हीट वेव का दौर शुरू होने की आशंका है। दक्षिण बिहार के एक-दो जिलों में इसी महीने भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं।
बिहार में मार्च से ही झुलसा देने वाली गर्मी पड़ सकती है। प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम भाग (बक्सर, आरा, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद और अरवल जिलों) के कुछ जिलों में लू चलने की संभावना है। इसको लेकर मौसम विभाग ने शनिवार को पूर्वानुमान जारी किया है।
बिहार में मार्च में ही मई जैसी झुलसा देने वाली गर्मी के हालात बन गई हैं। फरवरी में भी गर्मी ने पिछले पांच वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ा है। जिस कारण फरवरी में लोग पंखा और एसी चलाने को मजबूर हुए।