देवर्षि नारद भगवान के विशेष कृपापात्र और लीला-सहचर हैं। भगवान के अवतरण के समय ये उनकी लीला के लिए भूमिका तैयार करते हैं।
मन में किसी भी प्रकार की इच्छा न हो, इसकी कामना करना भी एक इच्छा है। अनंत इच्छाओं के अधीन मन को साधना सरल नहीं है। इस बेकाबू मन को काबू में करने के लिए ध्यान जरूरी है और ‘ध्यान’ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वैराग्य जरूरी है
कुंडली में ग्रहों के दोषों का निवारण करने के लिए ज्योतिषीय उपाय, धार्मिक अनुष्ठान, और मंत्र जप किए जाते हैं। प्रत्येक ग्रह के लिए विशिष्ट उपाय हैं, जैसे सूर्य के लिए सूर्य मंत्र का जाप और तुलसी को जल चढ़ाना।
Adi Shankaracharya Jayanti: पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार आदि शंकराचार्य को भगवान शिव के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भगवान शंकर के दर्शन से आचार्य शंकर को बहुत बल मिला। पढ़ें यह रोचक किस्सा-
Ganga Saptami 2025 Kab Hai: गंगा सप्तमी पर इस साल त्रिपुष्कर समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं। मान्यता है कि इस दिन स्नान-दान करना अत्यंत शुभ होता है। जानें गंगा सप्तमी पर स्नान-दान का मुहूर्त-
मन एक सेतु की भांति है। इसे पार करना है तो दूसरे किनारे को प्राप्त करना ही होगा। लेकिन तुमने तो सेतु पर ही घर बना लिया है। तुमने सेतु पर रहना शुरू कर दिया है। तुम मन के साथ जुड़ गए हो। तुम पड़े हो जाल में, क्योंकि तुम कहीं नहीं हो। इस अराजक मन को साधे बिना तुम कहीं नहीं पहुंच सकते।
Parshuram Jayanti 2025 Wishes: परशुराम जयंती पर भगवान विष्णु के छठवें अवतार परशुराम जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन लोग अपनों को बधाई संदेश भी भेजते हैं।
May Horoscope: मई महीने में कई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करेंगे। ग्रहों की राशि बदलने का प्रभाव कुछ राशियों पर शुभ पड़ेगा। जानें मई महीने की लकी राशियां-
Parshuram Jayanti 2025 Kab Hai: हिंदू धर्म में परशुराम जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। परशुराम जी भगवान विष्णु के छठवें अवतार हैं। जानें भगवान विष्णु के अवतार होने के बाद भी क्यों नहीं होती है परशुराम जी की पूजा-
Sita Navami Kab Hai Date Time : सीता नवमी एक महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है। हिंदू धर्म में सीता नवमी का खास महत्व होता है। सीता नवमी भगवान राम की पत्नी और आदर्श भारतीय नारी, माता सीता के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है।