पोर्टल फॉर रेगुलेशन ऑफ एयर पॉल्यूशन इन नॉन-अटेनमेंट सिटीज (पीआरएएनए) और आईआईटी-दिल्ली के अध्ययनों के अनुसार, परिवहन (17 से 28 प्रतिशत) और धूल (17 से 38 प्रतिशत) के अलावा, कई अन्य क्षेत्रों का पीएम (सूक्ष्म कण) के स्तर में महत्वपूर्ण योगदान है।
ध्वनि प्रदूषण को लेकर पटना हाईकोर्ट ने राज्य के सभी डीएम-एसपी को निर्देश दिए हैं कि जो निर्धारित डेसिबल से ज्यादा पर डीजे बजाते हैं उनपर कानून के तहत भारी जुर्माना लगाये।जुर्माना नहीं देने पर उपकरण को जब्त करे। और बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी दिशा निर्देश का कड़ाई से पालन करें
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण एक बहुत बड़ी समस्या है। सड़कों के आसपास की गंदगी और धूल भी दिल्ली की सड़कों की हालत खराब कर रही थी। हमने सड़कों की सफाई के लिए नई मशीनरी खरीदने और लगाने के लिए अपने बजट में प्रावधान किया था।
आचार्य प्रशांत ने चेतावनी दी है कि बढ़ती गर्मी सिरदर्द नहीं, कैंसर है। यह पृथ्वी के विनाश और प्रजातियों के अंत का संकेत है। छोटे कदम काफी नहीं, हमें जीवनशैली और नीतियों में बड़े बदलाव चाहिए।
दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वालों पर नकेल कसने की तैयारी हो रही है। ऐसे उद्योग और संस्थानों के खिलाफ जुर्माने के नए नियम बनाए गए हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज प्रदूषण को लेकर मास्टर प्लान लॉन्ट कर दिया है जिसमें पलूशन पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत 13 हॉट स्पॉट स्थान पर मिस्ट स्पेयर, ऊंचे स्थानों पर एंटी स्मॉग गन, 2080 इलेक्ट्रिक बसे समेत कई उपाय शामिल हैं।
रेखा गुप्ता ने कहा कि ‘शुद्ध हवा सबका अधिकार-प्रदूषण पर जोरदार प्रहार’ नाम की योजना में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाया जाना भी शामिल है।
इसके अलावा शहर में पांच सौ से अधिक सरकारी गैर-सरकारी कार्यालय हैं। वहां भी एक लाख से अधिक लोग कार्यरत हैं। अधिकांश अपने वाहनों से गंतव्य की ओर आवागमन करते हैं। ऐसे में देखा जाता है कि अधिकांश वाहन सड़क पर धुंआ छोड़ता दौड़ता है। इसके अलावा कई ऐसे होते हैं, जिनके पास प्रदूषण सर्टिफिकेट नहीं होता।
महाराष्ट्र सरकार नया नियम लेकर आई है, जिसके तहत अब बिना PUC सर्टिफिकेट पेट्रोल नहीं मिलेगा। कंपनी ‘नो PUC, नो फ्यूल’ पॉलिसी लेकर आई है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा है कि शहर में तीन दिन तक रहने से संक्रमण हो सकता है। गडकरी ने दिल्ली और मुंबई को प्रदूषण स्तर को रेड जोन में बताया है।