इस साल यह व्रत आज 24 अक्टूबर को रखा जा रहा है। इस व्रत में अहोई माता की पूजा की जाती है। इस दिन महिलाएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत करती हैं। शाम को तारों की छांव में कथा सुनकर तारों को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह में अहोई अष्टमी मनाई जाती है। इस बार यह व्रत 24 अक्टूबर को पड़ रही है। अहोई अष्टमी एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। परंपरागत रूप से माताएं अपने बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए दिनभर उपवास रखती हैं।
Ahoi Vrat 2023 Date Time Puja Shubh Muhrat : अहोई अष्टमी का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। भक्तों ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं। माताएं यह व्रत संतान की रक्षा एवं उन्नति की कामना से रखेंगीं।
ahoi ashtami vrat puja vidhi : अहोई अष्टमी का व्रत करवा चौथ के 4 दिन बाद रखा जाता है, इसलिए 5 नवंबर को माताएं यह व्रत करेंगी और तारों का उदय होने के बाद उन्हें अर्घ्य देकर व्रत तोड़ेंगी।
ahoi ashtami 2023 puja vidhi : कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष अष्टमी को अहोई अष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस साल अहोई अष्टमी पांच नवंबर को है। इस दिन माता पार्वती के अहोई स्वरूप की अराधना की जाती है।
अहोई अष्टमी कार्तिक मास की कृष्ण अष्टमी को मनाई जाती है। यह दिन अत्यधिक महत्व रखता है क्योंकि माताएं देवी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष अनुष्ठान, उपवास और प्रार्थना करती हैं।
Ahoi Ashtami 2023 date: अहोई अष्टमी का व्रत संतान की सलामती के लिए माताएं रखती हैं। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से संतान को लंबी आयु व खुशहाली प्राप्त होती है। जानें कब है अहोई अष्टमी व्रत-
अहोई अष्टमी व्रत कथा इन हिंदी: इस साल अहोई अष्टमी का व्रत आज रखा जाएगा। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर शाम को तारों की छांव में व्रत खोलती हैं, यहां हदे रहे हैं अहोई अष्टमी व्रत की कथा
Ahoi Ashtami Kab: अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक महीने में रखा जाता है, जिसमें शिव पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। इसलिए अगर आप भी संतान का सुख पाना चाहते हैं तो जरूर रखें ये व्रत।
जल से भरे लोटे पर सातिया बना लें, एक कटोरी में हलवा तथा रुपए का बायना निकालकर रख दें और सात दाने गेंहू के लेकर अहोई माता की कथा सुनने के बाद अहोई की माला गले में पहन लें, जो बायना निकाल कर रखा है उसे