अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद एयर इंडिया ने कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी थीं। अब एयरलाइन कंपनी ने इसे लेकर अपडेट जारी किया है।
अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की प्रारंभिक जांच पर IFALPA ने जल्दबाजी में निष्कर्ष न निकालने की अपील की। IFALPA ने पायलटों पर लग रहे आरोपों को गलत बताया।
DGCA ने विमान कंपनियों को आदेश दिया है कि 21 जुलाई तक वे सभी विमानों के इंजन फ्यूल स्विच की जांच करके रिपोर्ट सौंपें। एयर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच सामने आने के बाद DGCA ने यह आदेश दिया है।
एयर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट के बाद दूसरी एयरलाइंस भी सतर्क हो गई हैं। एतिहाद समेत विभिन्न एयरलाइंस ने अपने पायलटों को खास आदेश दिया है। इसमें सभी से कहा गया है कि फ्यूल स्विच को लेकर खास सावधानी बरती जाए।
अहमदाबाद विमान हादसे की जांच रिपोर्ट पर एयर इंडिया के सीईओ का बयान आया है। उन्होंने कहाकि एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट में कोई यांत्रिक या रख-रखाव संबंधी समस्या नहीं मिली है।
अहमदाबाद में क्रैश हुए एयर इंडिया विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में उस फ्लूयल कंट्रोल स्विच को दो बार बदला गया था, जिसके बंद होने की वजह से 12 जून को 260 लोगों की मौत हो गई।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की शुरुआती जांच रिपोर्ट आ चुकी है। अब इसको लेकर हादसे में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों की प्रतिक्रिया भी आने लगी है। इन लोगों ने इस जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश को लेकर एक्सपर्ट ने बड़ी आशंका जताई है। फ्यूल स्विच को लेकर जानकारी देते हुए एक्सपर्ट ने बताया कि इसके दो कारण हो सकते हैं।
रिपोर्ट में सिर्फ एक ही संवाद साझा किया गया है, जबकि पूरे 38 सेकंड की उड़ान में अन्य संवादों की अनुपस्थिति पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। क्या कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की फाइलिंग अधूरी है? क्या किसी कारणवश बाकी रिकॉर्डिंग उपलब्ध नहीं है?
एयर इंडिया विमान हादसे में इकलौते जिंदा बचे शख्स के रिश्ते के भाई ने बताया कि वह अब भी आधी रात को जग जाते हैं और उन्हें दोबारा सोने में दिक्कत होती है। हम दो दिन पहले उन्हें इलाज के लिए एक मनोचिकित्सक के पास ले गए थे।