
इस्लामाबाद में पाक-अफगानिस्तान के बीच तीसरे दौर की शांति वार्ता बेनतीजा खत्म हो गई। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बताया कि कोई सहमति नहीं बन सकी और चौथे दौर की वार्ता की योजना नहीं है। टीटीपी के आतंकियों के खिलाफ लिखित आश्वासन न मिलने के कारण वार्ता असफल रही।

इस्तांबुल में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तीसरे चरण की वर्ता भी बेनतीजा रही । पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा है और अब अगले चरण की वार्ता की कोई उम्मीद नहीं है।

पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान पर आरोप लगाता रहा है कि वहां की तालिबान सरकार पाकिस्तान तालिबान (टीटीपी) जैसे उग्रवादी संगठनों को पनाह दे रही है, जो पाकिस्तान में आतंकी हमले करते हैं।

अफगानिस्तान में गुरुवार को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। यह भूकंप सुबह 03:40 बजे आया। विशेषज्ञों के अनुसार, उथले भूकंप खतरनाक होते हैं। पिछले सोमवार को उत्तरी अफगानिस्तान में आए भूकंप में 27 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 1,000 लोग घायल हुए हैं।

अफगान सैन्य सूत्र ने गोलाबारी के बारे में कहा कि पाकिस्तान ने हल्के और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गोलाबारी 10-15 मिनट तक चली।

अफगान तालिबान के प्रतिनिधिमंडल में खुफिया महानिदेशालय के प्रमुख अब्दुल हक वासेक, उप गृह मंत्री रहमतुल्लाह नजीब, तालिबान प्रवक्ता सुहैल शाहीन, अनस हक्कानी, कहर बल्खी, जाकिर जलाली और अंकारा में अफ़ग़ानिस्तान के प्रभारी राजदूत शामिल हैं।

आसिफ ने काबुल पर आतंकवादियों को पालने और सीमा पार हमलों पर चुप्पी साधने के आरोप लगाए हैं। जबकि, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान की तरफ से 'आम नागरिकों पर ड्रोन हमलों' की निंदा की है। दोनों के बीच पहले दौर की वार्ता 18 और 19 अक्टूबर को दोहा में हुई थी, उसके बाद 25 अक्टूबर को इस्तांबुल में दूसरी वार्ता हुई

पाकिस्तान ने कहा है कि इंस्तांबुल में अफगानिस्तान के साथ होने वाली तीसरे चरण की वार्ता से पहले पाकिस्तान ने कहा है कि वह आतंकवाद के मामले में कोई समझौता नहीं करने वाला है।

अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक मौलाना महमुदुल्लाह जाहिदी के नेतृत्व में चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दारुल उलूम अशरफिया का दौरा किया। मदरसे के प्रबंधक ने उनका स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान कुरआन-पाक सुनाते हुए तलबा से सामान्य ज्ञान के सवाल-जवाब किए गए। दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा हुई।

भारत ने अफगानिस्तान में आए भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री भेजना शुरू कर दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान समकक्ष से बात की और अधिक आपूर्ति का आश्वासन दिया। उन्होंने जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि दवाओं की आपूर्ति जल्द ही की जाएगी।