विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप 2018: सेमीफाइनल में हारे सुमित, कांस्य के लिए पेश करेंगे चुनौती
भारतीय पहलवान सुमित मलिक विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के 125 किलो भार वर्ग के सेमीफाइनल में हारने के बाद कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे। मलिक अगर पदक जीतते है तो यह उनके करियर का सबसे बड़ा पदक होगा।...
भारतीय पहलवान सुमित मलिक विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के 125 किलो भार वर्ग के सेमीफाइनल में हारने के बाद कांस्य पदक के लिए चुनौती पेश करेंगे। मलिक अगर पदक जीतते है तो यह उनके करियर का सबसे बड़ा पदक होगा। मलिक के अलावा सोनबा तानाजी गोगाने के पास भी कांस्य पदक जीतने का मौका। वह यूरोपीय चैम्पियन राशिदोव गादजहिमुराद से क्वार्टरफाइनल में हार के बाद रेपेचेज दौर में चुनौती पेश करेंगे। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक जीतने वाले मलिक 125 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में चीन के झिवेई डिंग से 0-5 से हार गए। इससे पहले क्वार्टर फाइनल में उन्होंने कजाखस्तान के इनकार येरमुकाम्बेट को 6-1 और प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान के ताइकी यामामोटो को 4-1 से शिकस्त दी थी।
बजरंग पूनिया 65 किग्रा भार वर्ग में पेश करेंगे चुनौती
इस जीत के साथ ही सुमित ने एशियाई खेलों के खराब प्रदर्शन को पीछे छोड़ा जहां वह पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गए थे। वहीं सोनबा तानाजी गोगाने क्वालीफिकेशन 61 किग्रा भार वर्ग के शुरूआती दौर में अंद्रेई बेक्रेनू (4-3) और लोवे बिंघम (10-0) को हराने के बाद राशिदोव से एकतरफा मुकाबले में हार गए। अब उनके पास रेपेचेज राउंड के जरिये कांस्य पदक जीतने का मौका है, जिसमें वह मंगोलिया के तुवशिंतुल्गा तुमेनबिलेग से भिड़ेंगे। सुशील कुमार की जगह 74 किग्रा भारवर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले जितेन्द्र प्री-क्वार्टरफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। पुरूषों के 86 किग्रा भार वर्ग में पवन कुमार क्वालीफिकेशन दौर से आगे नहीं बढ़ पाए। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 30 सदस्यीय भारतीय दल आया है। 2013 की में कांस्य पदक जीत चुके बजरंग पूनिया 65 किग्रा भारवर्ग में चुनौती पेश करेंगे।
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