फोटो गैलरी

Hindi News खेलFIFA WC 2018: एक को कभी नहीं मिली जीत तो किसी को है 40 साल से इंतजार

FIFA WC 2018: एक को कभी नहीं मिली जीत तो किसी को है 40 साल से इंतजार

विश्वकप फुटबॉल में पहली जीत के लिए मिस्र 24 साल से तरस रहा है। वहीं ट्यूनिशया ऐसा देश है जिसे 40 साल बाद एक अदद जीत की जरुरत है। इन देशों के अलावा विश्वकप में खेल रहे कई देश ऐसे हैं जिन्हें दो दशक से...

FIFA WC 2018: एक को कभी नहीं मिली जीत तो किसी को है 40 साल से इंतजार
राजेश शर्मा,नई दिल्लीSat, 23 Jun 2018 04:09 PM
ऐप पर पढ़ें

विश्वकप फुटबॉल में पहली जीत के लिए मिस्र 24 साल से तरस रहा है। वहीं ट्यूनिशया ऐसा देश है जिसे 40 साल बाद एक अदद जीत की जरुरत है। इन देशों के अलावा विश्वकप में खेल रहे कई देश ऐसे हैं जिन्हें दो दशक से जीत नसीब नहीं हुई। ऐसे में इस विश्वकप में ये देश जीत का सूखा खत्म कर पाएंगे या नहीं आने वाले मुकाबलों में इसका पता लग जाएगा।

अपना चौथ विश्व कप खेल रही ट्यूनिशियाई टीम को है पहली जीत का इंतजार
ग्रुप जी की टीम ट्यूनिशया को 1978 पहली बार विश्वकप फुटबॉल में प्रवेश मिला। अपने पहले विश्वकप में ट्यूनिशिया ने एक जीत दर्ज करने के साथ ही एक ड्रॉ भी खेला। इसके बाद इस टीम ने 1998, 2002, 2006 में विश्वकप खेला, लेकिन यह टीम जीत से दूर रही। इस विश्वकप में भी ट्यूनिशया अपना पहला मैच हार चुका है। टीम को दो और मैच खेलने हैं जिसमें जीत दर्ज कर 40 बाद जीत का सूखा खत्म करना चाहेगी।

फीफा विश्व कप 2018 से जुड़ी खबरों के लिए लिंक पर क्लिक करें 

​मिस्र की टीम को 28 साल से है एक अदद जीत की तलाश
मिस्र की टीम 28 साल के बाद भी विश्वकप में एक जीत के लिए तरस रही है। इस देश ने पहला विश्वकप 1990 में खेला। टीम अपने सभी मैच हार गई। रशिया में खेले जा रहे विश्वकप में दोबारा टीम क्वालिफाई करने में सफल रही, लेकिन अपने दोनों मैच हार गई है। मिस्र का आखिरी मुकाबला सऊदी अरबिया से 25 जून को है। जिसमें पहली जीत के लिए मिस्र एड़ी चोटी का जोर लगाना चाहेगी। 

सऊदी अरब को विश्व कप में जीत दर्ज किए हो गए 24 साल
इसी तरह सऊदी अरबिया को भी विश्वकप में जीत का स्वाद चखे हुए 24 साल बीत गए हैं। टीम ने अपना पहला विश्वकप 1994 में खेला। इस टूर्नामेंट में दो जीत दर्ज कर इस टीम ने फुटबॉल की नई शक्ति के रूप में खुद को परिभाषित किया, लेकिन इसके बाद 1998, 2002 और 2006 में टीम को एक जीत भी नसीब नहीं हुई। इस विश्वकप में भी टीम को पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। आखिरी मैच मिस्र से है जो अब तक  एक भी मुकाबला नहीं जीत पाया है।

FIFA WC 2018: स्विस कोच की प्लेयर्स को नसीहत- फुटबॉल को राजनीति से दूर रखो

आइसलैंड और पनामा को भी है पहली जीत काा इंतजार
इस विश्वकप में पहली बार खेल रहे आइसलैंड अपने दोनों मैच हार चुका है। वहीं पनामा को एक मैच में मात मिली है। ऐसे में दोनों टीमें बचे हुए मैच में जीत दर्ज कर सम्मानपूर्वक विदाई लेना चाहेंगी। आइसलैंड का आखिरी मैच क्रोएशिया से है। वहीं पनामा ट्यूनिशया और इंग्लैंड से भिड़ेगी। 

इस विश्वकप में अब तक दो विश्वविजेता जीत को तरसे
इस विश्वकप में अब तक खेले गए मुकाबलों में दो विश्वविजेता जीत को तरस रहे हैं। इसमें अर्जेनटीना और जर्मनी शामिल हैं। अर्जेनटीना दो मुकाबलों में एक हारा है और एक ड्रॉ रहा है। वहीं जर्मनी को पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। उसे दो मैच और खेलने हैं। इसके अलावा मिस्र, सउदी अरबिया, मोरक्को, ऑस्ट्रेलिया, पेरु, आइसलैंड, अर्जेनटीना, कोस्टारिका, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, ट्यूनिशिया, पनामा, पोलैंड, कोलंबिया भी अब तक जीत से दूर है।

FIFA WC 2018: नाइजीरिया ने मेस्सी फैंस को दी खुशखबरी, अभी भी कायम है अर्जेंटीना की उम्मीद

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें