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सानिया मिर्जा ने पुलवामा आतंकी हमले पर लिखा संदेश, लेकिन हो गईं ट्रोल

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर आतंकी हमले के बाद पूरा देश रोष में है। क्रिकेट और दूसरे खेलों के खिलाड़ियों ने इस हमले में शहीद हुए जवानों को...

सानिया मिर्जा ने पुलवामा आतंकी हमले पर लिखा संदेश, लेकिन हो गईं ट्रोल
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 18 Feb 2019 01:40 PM
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जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर आतंकी हमले के बाद पूरा देश रोष में है। क्रिकेट और दूसरे खेलों के खिलाड़ियों ने इस हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है और साथ ही अपना गुस्सा भी जाहिर किया है। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और साइना नेहवाल समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों ने सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए आतंकवादी हमले को घृणित और कायराना करार दिया है।

इस हमले के बाद भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने टि्वटर पर एक लंबा पोस्ट शेयर किया। उनका मानना है कि इस आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करने वाले लोग ही देशभक्त नहीं, लेकिन अपने इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है।

 

'वर्ल्ड कप 2019 में भारत को पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए'

सानिया ने लिखा, 'सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद मैंने सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं किया। क्योंकि मुझे लगता है कि मैं इसके बिना भी देशभक्त हूं। मुझे सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले का गहरा दुख पहुंचा है। मैं आतंकवाद के खिलाफ हूं। कोई भी सभ्य इंसान आतंकवाद के खिलाफ है। जो आतंकवाद के खिलाफ नहीं है तो यह परेशानी वाली बात है। मैं अपने देश (भारत) के लिए खेलती हूं, मैदान पर पसीना बहाती हूं। मैं इस तरीके से अपने देश की सेवा करती हूं। मैं शहीद जवानों और उनके परिवारों के साथ खड़ी हूं। सैनिक ही हमारे देश की रक्षा करते हैं और वही हमारे असली हीरो हैं। 14 फरवरी का दिन भारत के लिए एक काला दिन है। मैं प्रार्थना करती हूं कि हमें आगे ऐसा दिन न देखना पड़े।'

 

सानिया मिर्जा के संदेश के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें इस बात के लिए ट्रोल किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने इसमें पाकिस्तान का कोई जिक्र नहीं किया है। यूजर्स सानिया से इस बात पर नाराज हैं कि उन्होंने संदेश तो बहुत अच्छा लिखा, लेकिन इसमें पाकिस्तान का जिक्र क्यों नहीं किया।

बता दें कि सीआरपीएफ का काफिला जब दोपहर में हाइवे से गुजर रहा था, उसी वक्त यह आतंकी हमला हुआ। जिस बस को निशाना बनाया गया, उसमें 42 जवान सवार थे। इस हमले में 40 जवानों के शहीद हो गए हैं। यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में हुआ। इसे जम्मू-कश्मीर में पिछले तीन दशक में सबसे भीषण आतंकी हमला बताया जा रहा है।

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